जिले में 84 नियोजित शिक्षकों ने स्वेच्छा छोड़ी नौकरी
शिक्षा विभाग के स्थापना कार्यालय में डीईओ चंद्रशेखर राय की अध्यक्षता में बैठक ।
जासं, सिवान: शिक्षा विभाग के स्थापना कार्यालय में डीईओ चंद्रशेखर राय की अध्यक्षता में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों की बैठक शनिवार को हुई। इसमें स्वेच्छा से त्यागपत्र देने वाले नियोजित शिक्षकों की सूची सभी बीईओ से ली गई। सूची के अनुसार 84 शिक्षक स्वेच्छा से अबतक त्यागपत्र दिया है। इसके अलावा निगरानी जांच से संबंधित चर्चा हुई। सभी बीईओ को निर्देश दिया गया कि नियोजित शिक्षकों के अपूर्ण फोल्डरों को शीघ्र पूरा कराएं। अन्यथा विभागीय कार्रवाई की जाएगी। नालंदा जिले के बिहारशरीफ अराजकीय सोगरा कॉलेज ऑफ एजुकेशन व वाराणसी के संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रमाणपत्र पर नियोजित शिक्षकों का ब्योरा लिया गया। इसमें सभी बीईओ अपने प्रखंड में एक भी उक्त संस्था के प्रमाणपत्र पर शिक्षकों का नियोजन नहीं होने का प्रमाणपत्र किया। प्रोन्नति लेने वाले शिक्षकों पर किसी प्रकार की विभागीय कार्रवाई होने का भी ब्योरा लिया गया। इसमें किसी भी बीईओ ने प्रखंड में एक भी ऐसे शिक्षक नहीं होने की रिपोर्ट दी। रिपोर्ट इसलिए लिया गया कि जिले में करीब तीन सौ 24 शिक्षकों को प्रोन्नति देने की अंतिम तैयारी चल रही है।
रूक जाइए अभी इंपोर्टेट कार्य चल रहा है..
जासं, सिवान: शिक्षा विभाग के स्थापना कार्यालय में इन दिनों प्रोन्नति में शामिल शिक्षकों को पदस्थान करने का कार्य तेजी से चल रहा है। इस दौरान डीपीओ स्थापना को बात करने का भी समय नहीं है। कोई भी मिलने जा रहा है, तो कह रहे है रूक जाइए अभी इंपोटेंट कार्य चल रहा है। चित्रगुप्त पूजा के दिन भी अवकाश के बावजूद प्रोन्नति का अपने कार्यालय में इंपोटेंट कार्य करते डीपीओ दिखे थे। जिले में 324 के आसपास शिक्षकों को प्रोन्नति देने की प्रक्रिया चल रही है। इस दौरान इतनी गोपनीयता बरते जाने के बाद भी कोई भूल चूक विभाग से हो यह संभव नहीं दिख रहा है। आगे देखना है कि प्रोन्नति के साथ पदस्थापन से शिक्षक संतुष्ट होते है कि नहीं?