हम अकुशल प्रतिभाओं को दे रहे जन्म : डॉ. पंकज
सीतामढ़ी। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास के प्राध्यापक डॉ. पंकज कुमार रॉय ने सूबे के कॉलेजों की शैक्षणिक बदहाली पर ¨चता जताते हुए कहा कि हम अकुशल प्रतिभाओं को जन्म दे रहे हैं।
सीतामढ़ी। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास के प्राध्यापक डॉ. पंकज कुमार रॉय ने सूबे के कॉलेजों की शैक्षणिक बदहाली पर ¨चता जताते हुए कहा कि हम अकुशल प्रतिभाओं को जन्म दे रहे हैं। हम क्वालिटी पैदा नहीं कर रहे हैं। कॉलेजों की शैक्षणिक बदहाली के लिए प्राध्यापकों को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि शैक्षणिक माहौल बनाने की जिम्मेदारी केवल सरकार की नहीं है, बल्कि हम सभी की है। विश्वविद्यालय के निर्देश पर क्रय समिति की बैठक में भाग लेने मुख्यालय डुमरा स्थित राम सेवक ¨सह महिला कॉलेज पहुंचे डॉ. पंकज प्राचार्य जय नारायण ¨सह समेत मौजूद प्राध्यापकों से कॉलेज की शैक्षणिक व्यवस्था मजबूत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक वक्त था जब इस कॉलेज में नामांकन के लिए भीड़ लगती थी, लेकिन आज कॉलेज की व्यवस्था बदहाल है। कहा कि वह जब कॉलेज में प्रवेश किए तो स्थिति देख कर दंग रह गए। हालांकि उन्होंने कहा कि यह हाल केवल इसी कॉलेज का नहीं है, बल्कि उत्तर बिहार के अधिकांश कॉलेजों की यही स्थिति है। बच्चे पढ़ने आते नहीं है और उनके नहीं आने का हवाला देकर प्राध्यापक कॉलेज आते नहीं है। प्राचार्य सवाल उठाते है तो कतिपय प्राध्यापक धमकाते है। उन्होंने प्राचार्य को कड़े फैसले लेने और शिक्षा व्यवस्था को ठीक करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि आदेश का अनुपालन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करे। उन्होंने वर्तमान दौर पर चर्चा करते हुए कहा कि पेट भूखा है और हाथ में एंड्रायड मोबाइल। इससे काम नहीं चलेगा। बगैर शिक्षा के विकास का मायने नहीं रह जाता। उन्होंने स्वीकार किया कि महिला कॉलेज की पूर्व प्राचार्या द्वारा बरती गई अनियमितता के चलते कॉलेज का विकास प्रभावित हुआ है। कॉलेज में बीसीए की पढ़ाई बंद हो गई थी। विवि की टीम ने प्राचार्य कक्ष और बीसीए कक्ष का ताला तोड़ा। बताया कि पूर्व प्राचार्या द्वारा छह साल का रिर्टन कटवाया गया, लेकिन जमा नहीं किया गया। लेटर का पता तक नहीं चल रहा है। कहा कि वे जहा भी जाते है एक घंटे का क्लास लेते है। यहां भी क्लास लेने की इच्छा जताई। लेकिन ये लोग छात्राओं को कॉलेज लाने में नाकाम रहे।