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नल जल योजना का हाल बेहाल, धीमी गति से हो रहा काम

मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल जल योजना का हाल बथनाहा प्रखंड की लगभग सभी पंचायतों में बेहाल है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 12:04 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 12:04 AM (IST)
नल जल योजना का हाल बेहाल, धीमी गति से हो रहा काम
नल जल योजना का हाल बेहाल, धीमी गति से हो रहा काम

सीतामढ़ी । मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल जल योजना का हाल बथनाहा प्रखंड की लगभग सभी पंचायतों में बेहाल है। कई जगहों पर पाइप बिछाने का काम धीमी गति से चल रहा है। इस कारण काम शुरू होने के छह माह बाद भी लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंचा है।

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कहीं आधी अधूरी पाइप बिछी है तो कहीं नल-पाइप ढेर लगाकर रखा है। सड़क किनारे लगी पाइप वाहनों के आवागमन के कारण क्षतिग्रस्त हो रही है। कई वार्डो में ट्रायल में ही पाइप लीकेज की समस्या आ गई। कुल मिलाकर 21 पंचायतों में यह योजना सही ढंग से धरातल पर नहीं पहुंची है। इसका कारण पंचायत वार्ड क्रियान्वयन समिति द्वारा चयनित कार्य एजेंसी की लेट लतीफी या फिर मुखिया वार्ड सदस्य के बीच आपसी समन्वय का अभाव होना बताया जा रहा है। हर घर नल-जल योजना का हाल जानने को लेकर दैनिक जागरण की ओर से शुरू किए गए अभियान के तहत कार्य में व्याप्त अनियमितता की पोल खुलती नजर रही है। लोगों की माने तो घरों में जलापूर्ति के लिए जो पाइप बिछाई जा रही है, वह घटिया क्वालिटी की है। प्रावधान के अनुसार आईएसआई मार्का पाइप होना चाहिए, लेकिन सस्ती व लोकल पाइप डाली जा रही है। मात्र एक से डेढ़ फुट गड्ढा कर ही पाइप डाली जा रही है। प्राक्कलन में किए गए प्रावधान के अनुसार तीन फीट गड्ढा खुदाई कर पाइप बिछानी है। जलापूर्ति के लिए जो बो¨रग जमीन में गाड़ना वह भी मानक के अनुरूप नहीं किया जा रहा है। कहीं-कहीं 300 फीट की जगह 200 से 250 फीट तक ही गाड़ने की बात कही जा रही है। इतना ही नहीं टंकी की ऊंचाई अधिकांश जगहों पर मानक के रूप नहीं रखी गई है। हालांकि, कई वार्डो में मुखिया के दबाव के कारण कार्य एजेंसी प्राक्कलन के अनुसार कार्य करती है। लेकिन, जहां कमीशन का खेल ज्यादा हो रहा वहां जैसे तैसे काम किया जा रहा है। बताया जाता है कि कई पंचायतों में एजेंसी के चयन की प्रक्रिया में अनियमितता बरती गई है। इसी हकीकत को जानने के लिए मंगलवार को सहियारा पंचायत की पड़ताल की गई।

महीनों बाद भी नहीं शुरू हुई जलापूर्ति : इस पंचायत में कुल 14 वार्ड हैं। इनमें वार्ड 3, 6, 7, 8 व 9 में कार्य पूरा होने की बात कही गई। जबकि अन्य वार्डो में कार्य शुरू करने के लिए संबंधित कार्य एजेंसी को राशि का भुगतान किया जाना है। लेकिन, पड़ताल में हकीकत चौंकाने वाली है। खासकर वार्ड 3,7 व 9 में मानक की धज्जियां उड़ती दिखी। इन वार्डो में जलापूर्ति की शुरुआत हुई भी नहीं हुई और मेन पाइप से घरों तक लगाए नलों की सर्विस पाइप जमीन के बाहर निकलकर जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है। इतना ही नहीं सड़क किनारे बिछी पाइप को जमीन के अंदर डाला ही नहीं गया है। अधिकांश घरों तक पाइप ले जाकर वैसे ही छोड़ दिया गया है। लोगों की माने तो चार पांच माह पूर्व शुरू कार्य आज भी अधूरा है।

सही ढंग से काम नहीं होने से बर्बादी : पड़ताल में लोगों ने सरकार की मंशा को सही ठहराते हुए सिस्टम को जिम्मेवार बताया। कहा कि जिस तरह से नियम को दर किनार कर कार्य किया जा रहा है उससे से सिर्फ सरकारी राशि की बर्बादी हो रही है। नल-जल योजना में व्याप्त अनियमितता को देखकर यहां के लोग योजना के भविष्य पर सवाल खड़े कर रहे थे।

क्या कहती हैं मुखिया: पंचायत की मुखिया रेखा देवी ने कहा कि आने वाले कुछ दिनों में हर घर को नल से जल मिले इस दिशा में तेजी से कार्य चल रहा है। कुछ वार्डो में कार्य हुए हैं अन्य वार्डो के लिए राशि एजेंसी को भेजी गई है। संवेदक को गंभीरता से कार्य करने को कहा गया है। कहीं भी गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं कि जाएगी ।

क्या कहते हैं अधिकारी : बीडीओ राजीव कुमार ने धीमी रफ्तार के पीछे दूसरे जगह की एजेंसी को काम दिए जाना बताया। कहा कि इस कारण कार्य की रफ्तार धीमी है। कई जगह पर मानक के अनुरूप कार्य नहीं होने के संबंध में बताया कि शिकायत आती है तो जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।


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