अपराध की नई पौध ने किया उत्तर बिहार के डॉन का अंत
कहते हैं कि दोस्ती में बड़ी ताकत होती है और अगर दो दोस्तों की दोस्ती, दुश्मनी में बदल जाए तो फिर जमीन लहू के रंग से लाल हो जाता है।
सीतामढ़ी। कहते हैं कि दोस्ती में बड़ी ताकत होती है और अगर दो दोस्तों की दोस्ती, दुश्मनी में बदल जाए तो फिर जमीन लहू के रंग से लाल हो जाता है। गैंगस्टर संतोष झा व मुकेश पाठक की दोस्ती ने पहले उत्तर बिहार के नौ जिलों में जरायम की दुनिया बनाई और हजारों युवकों को संगठन में शामिल किया। उन्हें अपराध की राह दिखाई। इन युवकों के दम पर दर्जनों लोगों की हत्या कराई, इन्हीं कम उम्र के लड़कों को पैसों का लोभ देकर उनसे बड़ी घटनाओं को अंजाम दिलाया और उन्हीं के बल पर दहशत की फसल काट उत्तर बिहार का डॉन बन गया। लेकिन, संतोष झा जैसे उत्तर बिहार के डॉन का अंत ऐसा होगा, वह इन्हीं अपराध की नई पौंध के हाथों मारा जाएगा, शायद इसकी कल्पना भी उसने नहीं की होगी। वजह जिस संतोष के पीछे देश स्तर के अपराधी लगे थे, वह संतोष हर बार उनसे बच निकलता था। लेकिन, पुलिस की कस्टडी व कोर्ट के दर पर दिनदहाड़े उसे मार डाला गया। दोस्ती टूटने के बाद आदमी कमजोर हो जाता है। इसकी जानकारी संतोष झा को भी थी और मुकेश पाठक को भी। दोनों एक-दूसरे की कमजोरी को जानते थे। दरभंगा से शुरू अदावत की जंग सीतामढ़ी तक जारी थी। इधर, दोस्ती में दरार पड़ी तो गैंग टूट गया। दोनों गैंग में शामिल सदस्यों को शक की नजर से देखने लगे। देखते ही देखते एक-दूसरे के करीबी शागिर्दों की हत्या कराने लगे। परिणाम स्वरूप दुश्मनी मिटने-
मिटाने तक पहुंच गई। हालांकि, गैंगस्टरों की दोस्ती में सबसे बड़ी दीवार बनी ठेकेदारी। हाल के दिनों में संतोष की सहमति पर ही ठेकेदार ठेकेदारी ले रहे थे। बदले में संतोष को कमीशन मिल रहा था। इससे एक ओर मुकेश खफा था तो दूसरी ओर उत्तर बिहार के बड़े ठेकेदार। लिहाजा बड़े ठेकेदारों ने दोनों की दुश्मनी का फायदा उठाया। पैसों की बारिश कर संतोष के गुर्गों को खरीदा।
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बरगलाता रहा विकास, उलझी रही पुलिस
सीतामढ़ी : संतोष झा हत्याकांड में गिरफ्तार विकास महतो ने लंबी पूछताछ में पुलिस को हर एक रहस्य की जानकारी दी है। उसने अपने आकाओं की जानकारी दी। बताया है कि कैसे पैसों के लोभ में वह अपराधियों के संपर्क में आया। किसने आर्म्स उपलब्ध कराए। कौन मॉनीट¨रग कर रहा था और किस तरह उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। हालांकि, शुरूआती दौर में उसने पुलिस को उलझाए रखा। खुद को कभी ब्राह्मण तो कभी भूमिहार बताता रहा। कभी पिता की हत्या की बात तो कभी गैंगस्टर बनने की चाहत में हत्या की बात कहता रहा। उसने तकरीबन पांच घंटे तक पुलिस को उलझाए रखा। जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उसने गैंगस्टर संतोष झा की हत्या की साजिश की पूरी कहानी साफ कर दी। हालांकि, अब भी उसने पुलिस से कई चीजें छिपाई है। पुलिस को भी इसकी भनक है। इसी बीच पुलिस ने उसे रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस तत्काल शकील उर्फ आर्यन समेत उसके फरार साथियों की तलाश में है। फरार बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस विकास को रिमांड पर लेगी। साथ ही सभी से एक साथ पूछताछ करेगी।
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विकास की जान को खतरा, भेजा गया मुजफ्फरपुर जेल
सीतामढ़ी : संतोष झा हत्याकांड में गिरफ्तार विकास महतो द्वारा हत्या की पूरी साजिश का उदभेदन करने व इस घटना में मुकेश पाठक का नाम उजागर करने के बाद उसकी जान पर खतरा उत्पन्न हो गया है। माना जा रहा है कि जेल भेजे जाने पर मुकेश पाठक व संतोष झा गिरोह के अन्य बदमाश जेल के भीतर ही उस पर हमला कर सकते हैं। यही वजह है कि पुलिस ने विकास को मुजफ्फरपुर जेल भेज दिया है।
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नहीं बदली कोर्ट की सुरक्षा, तीसरे दिन भी मेटल डिटेक्टर खराब
सीतामढ़ी : गैंगस्टर संतोष झा की सीतामढ़ी कोर्ट में हुई हत्या के बावजूद सुरक्षा की व्यवस्था जस की तस रही। गुरुवार को तीसरे दिन भी कोर्ट परिसर दहशत की चादरों में लिपटा रहा। मुकदमा लड़ने वालों की संख्या भी कम रही। पूर्व की तरह तीनों गेट पर सुरक्षा बल तैनात रहे। इस दौरान हाथ वाली मशीन से लोगों की जांच होती रही। जबकि दोनों गेट पर लगे मेटल डिटेक्टर मशीन भी खराब रही।
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सुरक्षा कारणों से हवाई फिल्ड में लटका ताला
सीतामढ़ी : सीतामढ़ी कोर्ट के सामने स्थित हवाई अड्डा मैदान को बंद कर दिया गया है। जिला प्रशासन के आदेश पर सुरक्षा कारणों से हवाई अड्डा मैदान के तमाम गेट को बंद कर उनमें ताला जड़ दिया गया है।
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प्रशासनिक इलाकों में होगी सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था : डीएम
सीतामढ़ी : सीतामढ़ी कोर्ट परिसर में हुई हत्या की वारदात के बाद अब जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके तहत समाहरणालय समेत तमाम सरकारी कार्यालयों, प्रमुख चौक-चौराहों पर सशस्त्र बल तैनात होंगे। जहां-जहां सीसीटीवी नहीं लगे हैं, वहां लगाए जाएंगे। सभी स्थानों पर उच्च क्षमता वाले वैपर लाइट लगाए जाएंगे। दीवारों को तोड़ कर उन्हें उंचा किया जाएगा। गुरुवार को मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत में डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह ने यह जानकारी दी। डीएम ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से जो भी जरूरी होगा, वह कदम उठाया जाएगा।
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