नेकी का महीना है रमजान
रमजान पाक का वह महीना है, जिसमें नेकी को अहमियत दी गई है। रमजान के इस महीने को नेकी का महीना भी कहा जाता है।
सीतामढ़ी। रमजान पाक का वह महीना है, जिसमें नेकी को अहमियत दी गई है। रमजान के इस महीने को नेकी का महीना भी कहा जाता है। तापमान भले ही बढ़ता जा रहा है, लेकिन रोजेदारों के उत्साह में कोई कमी नहीं है। रमजान भाईचारा और सौहार्द को बढ़ावा देता है।
नन्हें रोजेदार हुजैफा साहिल बताते हैं कि यह महीना नेकी का महीना होता है। बरकत देने वाला महीना है। रमजान में बुराईयां दूर होती है और नेकी के रास्ते पर चलने सिख देती है।
रानी साइमा बताती है कि अब्बा कहते हैं कि रमजान के महीने में दूसरों को जितनी मदद करोगे,उससे बढ़कर अपना खुद भला होता है। यह महीना नेकी का महीना है।
सामरीन निकहत बताती है कि पिछले साल भी रोजा में था। इस बार भी रोजा में हूं। रमजान का महीना यतीमों को मदद करने का महीना है। अल्लाह से मांगी गई दुआएं लोगों को लाभ पहुंचाती हैं।
अफीफा इश्तेयाक बताती है कि रमजान हमें अच्छाई के मार्ग पर ले जाती है। अम्मी कहती हैं कि रमजान में नेकी का दर्जा अधिक हो जाता है। रमजान के महीने में बुरा ख्याल भी नहीं करनी चाहिए। मौलाना मुक्ति मुर्जिबुर रहमान काशमी बताते हैं कि रोजा एक ऐसी इबादत है जिसका असर खुदा पाक खुद अता करते है और रोजे का सबसे अहम फायदा यह कि माह में 360 जोड़ मायुफ हो जाते है। उसका ओवर वाइ¨लग एक महीने में हो जाता है।
रमजान बंदे को अल्लाह से करीब का बेहतरीन जरिया है। रमजान इंसान की इंसानियत से करीब करके इसके अंदर एक मिसाली इंसान की खुशीयात पैदा करता है। यही वजह है कि मोहम्मद सल्लाह अलैहे वसलम ने जहां एक जानिव रमजान की अहमियत को समझ कर इसके कद्र करने की तालिम दी है। रमजान का महीना एक संकल्प का महीना है।