महंगाई की मार से आम आदमी परेशान
देश-प्रदेश की तरह सीतामढ़ी में भी पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों का साइड इफेक्ट दिखने लगा है।
सीतामढ़ी। देश-प्रदेश की तरह सीतामढ़ी में भी पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों का साइड इफेक्ट दिखने लगा है। पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते कीमत के चलते बस व टेम्पो का किराया बढ़ने से यात्रियों की जेब पर चपत लग रही है। हालत यह है कि यात्री किराये में 30 फीसद वृद्धि हो गई है। ऐसे में यात्री परेशान हैं। जबकि वाहन संचालक पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ने का हवाला दे रहे हैं। वर्तमान में सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर के बीच निजी बस का किराया 70 रुपये था जो बढ़ कर अब 90 रुपये हो गया है। आम गरीबों की रफ्तार के लिए सीतामढ़ी-डुमरा के बीच इकलौती परिचालन सेवा टेम्पो का किराया भी बढ़ कर 8 से 10 रुपये हो गया है।
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तीन माह में पेट्रोल की कीमत में 9.65 रुपये की वृद्धि
सीतामढ़ी : जिले में तीन माह में पेट्रोल की कीमत में 9.65 रुपये की वृद्धि हुई है। वही डीजल की कीमत में 7 रुपये की वूद्धि हुई है। मई में पेट्रोल की कीमत 77 रुपये 20 पैसे प्रति लीटर थी। वर्तमान में पेट्रोल की कीमत 86 रुपये 85 पैसे है।
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गड़बड़ गाया बजट, डगमगाएगे वाहन
सीतामढ़ी : पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ने के बाद लोगों की जेब पर चपत लगनी शुरू हो गई है। खास कर बाइक व कार चलाने वालों की परेशानी बढ़ गई है। लोगों की माने तो अब वाहन चलाना उनके बस में नहीं है। शहर के
धीरेंद्र कुमार ने बताया कि पेट्रोल डीजल के दाम लगातर बढ़ रहे है। कितननी बार बढ़े है यह भी याद नहीं है। पैसे-पैसे में बढ़ कर कीमत रुपयों में बढ़ गया है। इसका असर जेब पर पड़ रहा है। वहीं सुनील कुमार ने बताया कि इसी तरह कीमतें बढ़ती रहीं तो वाहन चलाना भी मुश्किल होगा।
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किचेन पर भी महंगाई का प्रभाव
सीतामढ़ी : पेट्रोल डीजल तक ही महंगाई सीमित नहीं है। महंगाई के रंग से बाजार का रंग लाल है। कुछ समय तक महंगाई स्थिर थी, लेकिन एक बार फिर महंगाई ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसका असर अब किचेन तक दिख रहा है। पिछले एक माह के भीतर सरसो तेल व रिफाइन की कीमत में एक रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है। चावल व गेहूं के भी दाम बढ़े है। जबकि चीनी की कीमत में दो रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई है। आलू-प्याज की कीमत में उतार चढ़ाव जारी है। इसके चलते गृहणियां परेशान है। सुनीती चौधरी ने बताया कि एक बार फिर महंगाई ने मध्यम वर्ग के लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। वहीं रंभा देवी ने बताया कि सरकार कहती है कि महंगाई कम हो रही है, लेकिन महंगाई कभी कम नहीं हुई। चीनी का दाम घटा तो तेल का दाम बढ़ा दिया जाता है।