'चीनी चाल' की हिदुस्तान में निकली हेकड़ी, शातिर निकले घुसपैठियों के पनाहगार भी
सीतामढ़ी। जासूसी के संदेह में ग्रेटर नोयडा व भारत-नेपाल सीमा पर सीतामढ़ी के भिट्ठामोड़ बार्डर से पकड़े गए चीनी नागरिकों के बारे में छानबीन के बाद उनके काले कारनामों की कलई परत-दर-परत खुल रही है। सीतामढ़ी व नोएडा पुलिस की जांच में चीनी घुसपैठियों के काले कारनामे सामने आ रहे हैं।
सीतामढ़ी। जासूसी के संदेह में ग्रेटर नोयडा व भारत-नेपाल सीमा पर सीतामढ़ी के भिट्ठामोड़ बार्डर से पकड़े गए चीनी नागरिकों के बारे में छानबीन के बाद उनके काले कारनामों की कलई परत-दर-परत खुल रही है। सीतामढ़ी व नोएडा पुलिस की जांच में चीनी घुसपैठियों के काले कारनामे सामने आ रहे हैं। हालांकि, ऐन वक्त पर उनकी गिरफ्तारी से सारी हेकड़ी निकल गई। घुसपैठियों को पनाह देने वाले भी कम शातिर नहीं हैं।
खुफिया सूत्रों ने जानकारी दी कि चीन से जब पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने तबाही मचानी शुरू की, तभी वहां से सु फाई भारत आया था। उसका वीजा 30 जून, 2020 को ही समाप्त हो गया था जिसमें छेड़छाड़ कर उसने उसकी अवधि दो साल विस्तारित कर दी। भारत-नेपाल बॉर्डर पर अपने दोस्तों की गिरफ्तारी के साथ ही वह खुद और उसकी गर्लफ्रेंड समेत पनाह देनेवाला गुजराती शख्स भी अब नोएडा पुलिस की गिरफ्त में हैं। पुलिस की जांच में यह तो पता चल चुका है कि गुजरात के रहनेवाले अपने दोस्त के नाम से चीनी नागरिक सु फाई ने नोएडा व गाजियाबाद में मोबाइल पार्ट्स व पीवीसी रिपेयरिग कंपनी खोल रखी थी। इस कार्य में नगालैंड की राजधानी कोहिमा की रहनेवाली उसकी गर्लफ्रेंड पेटखरीनुओ ने साथ रहकर पूरी मदद पहुंचाई। सु फाइ व पेखरीनुओ और गुजराती शख्स रवि कुमार नटवर लाल ठक्कर तीनों विलासितापूर्ण जीवन व्यतीत कर रहे थे। सु-फाई अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बीएमडब्ल्यू से घूमा करता। पुलिस ने जेपी ग्रीन्स सोसायटी की पार्किंग से उसकी बीएमडब्ल्यू कार (डीएल3सीबीडी/7007) जब्त की। ग्रेटर नोएडा में इस केस का पर्यवेक्षण अवर निरीक्षक लोकेंद्र राणा कर रहे हैं। 11 जून तक घुसपैठिए ग्रेटर नोएडा में रहे कैसे जब उसी दिन यहां पकड़ाए पुलिस के हत्थे चढ़े सु फाई ने स्वीकारा कि युआन हैलोंग व लू लांग जो भारत-नेपाल बार्डर पर पकड़े गए हैं, उनको मैंने ही नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत बुलाया था। जिनको फ्लैट नंबर 401 जेपी ग्रींस सोसायटी में 11 जून तक रखा था। यहां उसका बयान विरोधाभासी लगता है क्योंकि, सीतामढ़ी पुलिस उसी दिन यहां दोनों की गिरफ्तारी की बात कहती है। खैर, सु फाई यह भी बताया कि उसने फ्रेंड के माध्यम से पेटखीरनुओ के द्वारा वापस टैक्सी से नेपाल बॉर्डर पर दोनों को भेज दिए। जहां पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया। पेटखीरनुओ ने पुलिसिया पूछताछ में यह बात भी कबूल करती है कि अपने मित्र सु फाई के साथ लगभग एक साल से वह रह रही थी। सु फाई व उसने मिलकर दो चीनी दोस्तों को जेपी ग्रिन्स व दिल्ली के साथ अन्य शहरों में घुमाया था। पेटखीरनुओ ने यह भी बताया कि दोनों को उसने ही अपनी आइडी पर भारतीय सिमकार्ड खरीदकर दिए थे। अपने आधार कार्ड से कई और अन्य आधार कार्ड व वोटर कार्ड भी तैयार कराए थे जो पुलिस द्वारा बरामद कर लिए गए। 14 जून की शाम 4.50 बजे दोनों को गिरफ्तार किया गया। क्रमश:
एसपी बोले-अदालती आदेश पत्र अभी तक मिला नहीं
भिट्ठामोड़ बॉर्डर पर गिरफ्तार किए गए दोनों घुसपैठियों को ग्रेटर नोएडा के केस में हाजिर करने के गौतमबुद्ध नगर अदालत के आदेश के बाद यहां की अदालत ने उनको ले जाने की अनुमति प्रदान कर दी है। मगर उनको कब और कैसे ले जाया जाएगा इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही। पुलिस कप्तान हर किशोर राय ने रविवार शाम एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें अभी तक प्रोडक्शन पर हाजिर कराने से संबंधित अदालती आदेश वाला पत्र प्राप्त नहीं हुआ है।