पुनौरा धाम में दस दिवसीय श्रीसीताराम नाम जाप महायज्ञ का शुभारंभ
सीतामढ़ी। पुनौरा धाम में शुक्रवार से महंत कौशल किशोर दास जी महाराज के सानिध्य में विश्वकल्याणार्थ दस दिवसीय श्रीसीताराम नाम महायज्ञ का शुभारंभ किया गया।
सीतामढ़ी। पुनौरा धाम में शुक्रवार से महंत कौशल किशोर दास जी महाराज के सानिध्य में विश्वकल्याणार्थ दस दिवसीय श्रीसीताराम नाम महायज्ञ का शुभारंभ किया गया। मुख्य मंडप में आचार्य दिवाकर त्रिपाठी व पंडित शिवेंद्र शुक्ल, पंडित अनुज, पंडित अमन, पंडित शुभम, पंडित मधुर व पंडित हरिश के वैदिक मंत्रोचारण के साथ यजमान अखिलेश ¨सह व साधना ¨सह को संकल्प दिलाते हुए महायज्ञ की शुरूआत की गई। आचार्यों द्वारा श्रीगणेश की पूजा अर्चना के साथ ही सभी देवी-देवताओं को आवाहित करते हुए यज्ञ में उपस्थित रहने का निवेदन किया गया। संध्या पहर अयोध्या से आए सनातन धर्म प्रचारक स्वामी राम जी दास महाराज द्वारा रामकथा का संगीतमय प्रवचन हुआ। स्वामी ने प्रवचन की शुरूआत मिथिला के गौरव गाथा से करते हुए कहा कि संपूर्ण जगत की वह पुण्य भूमि है जहां कण-कण में ज्ञान, विद्वान व आध्यात्म का समागम है। पुनौरा धाम पुण्डरिक आश्रम का क्षेत्र है, जहां से स्वयं माता सीता का उछ्वव हुआ है। इस भूमि पर रहने वाले भी धन्य हैं। चारो तरफ शांति व शालीनता ही इस भूमि की पहचान है। कथावाचन को संगीत का धून विभिषण बिहारी, राजेश, सदानंद व्यास व धर्मेंद्र शैनी दे रहे थे। महायज्ञ में सीताकुंड के चारों ओर बनाए गए 11 कीर्तन कुंजों में नाम जापकों द्वारा सीताराम जाप शुरू है। वहीं मुख्य यज्ञशाला के साथ ही 11 कुंडों में हवन शनिवार से होगा। इधर, सीताकुंड के चारों तरफ आठ मंडप में मां सीता के जीवन से संबंधित 101 प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। वहीं देर संध्या अयोध्या से आए कलाकारों द्वारा रामलीला का आयोजन हो रहा है। यज्ञ समिति द्वारा संतों व दूर दराज से आए श्रद्धालुओं के लिए प्रतिदिन भंडारा व महाप्रसाद की विशेष व्यवस्था की गई है। मौके पर परमेश्वर दास, संतोष कुमार ¨सह, ओम प्रकाश ¨सह, दिनानाथ कुमार, राजकिशोर साह, सुनील कुमार ¨सह, धीरज कुमार ¨सह, श्रवण कुमार, रामबाबू मरांडी, विनय कुशवाहा, जयनारायण राय, रामकुमार आदि थे।