सीतामढ़ी स्टेशन पर ऐसी खामोश तस्वीरें कभी नहीं दिखी
सीतामढ़ी। कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के चलते सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा पसरा है। कर्फ्य-सा नजारा है।
सीतामढ़ी। कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के चलते सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा पसरा है। कर्फ्य-सा नजारा है। स्टेशन पर खामोशी को चीरती तेज आवाज के साथ गुजरने वाली मालगाड़ी भी अब नहीं चलती। हमेशा यात्रियों से गुलजार रहने वाला यह रेलवे बिल्कुल सुनसान पड़ा है। ट्रेन नहीं आ रही है। रनथ्रू निकलने वाली कोई मालगाड़ी भी नहीं आती। स्टेशन अधीक्षक और स्टेशन मास्टर को छोड़ कर बाकी स्टाफ भी नहीं आ रहा है। स्टेशन से रोजाना 17 ट्रेनों का आवागमन होता है। इनमें यहां से रोजाना तीन हजार के लगभग यात्री यात्रा करते हैं। फरवरी में आरक्षित टिकटों पर कुल 7237 यात्रियों ने यात्रा की जिनसे 43,97,990 रुपये की आय रेलवे को हुई। रेलवे स्टेशन की आय व यात्रियों की आवाजाही एक नजर वित्तीय वर्ष 2018 -19 में आरक्षित टिकट पर 1,11,171 यात्रियों से 6 करोड़, 24 लाख, 90 हजार, 954 रुपये,
अनारक्षित यात्रा टिकट से फरवरी माह में 1,07,812 लोगों ने यात्रा की। उनसे 63,46,620 रुपये की आय हुई। वर्ष 2018 -019 में अनारक्षित टिकट पर 14,17,244 लोगों ने यात्रा की उनसे 10 करोड़, 30 लाख, 63 हजार, 976 रुपये की आय हुई। इस प्रकार वर्ष 2018-19 में आरक्षित और अनारक्षित टिकट से हुई 16 करोड़, 55 लाख, 54 हजार 930 रुपये शामिल हैं। स्टेशन पर कार्यरत कुल रेल कर्मी 149, जिसमें टीटी -2, आरक्षित व अनारक्षित बुकिग कर्मी-14, पूछताछ कर्मी- 4, परिचालन-22, पार्सल कर्मी-2, माल गोदाम में -2, सफाई-12, कुली 16 जिसमे कार्यरत मात्र 6, प्रतीक्षालय प्रहरी-1, विद्युतकर्मी - 4, सिगनल कर्मी फूल यूनिट (61) सीतामढ़ी में कार्यरत-13, लाइटमैन-6, आरपीएफ-25, जीआरपी-63 हैं। स्टेशन डयूटी में वैसे तो कुल 149 कर्मचारी कार्यरत हैं। मगर उनमें से 112 अभी कार्यरत हैं। इनमें परिचालन में 22, माल गोदाम में 2, सफाई में 12, विद्युत में 4, सिग्नल में 11, जीआरपी सीतामढ़ी में 36, आरपीएफ सीतामढ़ी में 25 शामिल हैं।