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जर्जर भवन में पढ़ने को विवश छात्राएं

मेजरगंज प्रखंड मुख्यालय बाजार स्थित राजकीय मध्य विद्यालय कन्या मेजरगंज में मंगलवार को 10:45 बजे दैनिक जागरण टीम ऑपरेशन ब्लैक बोर्ड के तहत विद्यालय का हाल जानने पहुंची।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 11:46 PM (IST)Updated: Tue, 22 May 2018 11:46 PM (IST)
जर्जर भवन में पढ़ने को विवश छात्राएं
जर्जर भवन में पढ़ने को विवश छात्राएं

सीतामढ़ी। मेजरगंज प्रखंड मुख्यालय बाजार स्थित राजकीय मध्य विद्यालय कन्या मेजरगंज में मंगलवार को 10:45 बजे दैनिक जागरण टीम ऑपरेशन ब्लैक बोर्ड के तहत विद्यालय का हाल जानने पहुंची। स्थानीय बाजार से महज 25 मीटर दूर स्थित है यह विद्यालय। विद्यालय का मुख्य द्वार खुला था। छात्राएं स्कूल से बाहर निकल गई थी। कैमरे की चमक देखते छात्राएं व शिक्षक वर्ग कक्ष में जाकर बैठने लगे। वही पूछने पर बताया कि आज छात्राओं द्वारा Þमेरा विद्यालय मेरा अधिकार के तहत विशेष नामांकन अभियान के लिए प्रभातफेरी निकाली गई थी । जो प्रखंड के थाना रोड प्रखंड मुख्यालय होते मुख्य बाजार होते विद्यालय पहुंची । सभी छात्राएं खाना खाने के बाद घर लौट रही थी।

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विद्यालय की छात्राएं वर्षों पूर्व निर्मित जर्जर भवन जिसके दीवार में दरार एवं छत से गिर रही प्लास्टर किसी भी समय दुर्घटना को आमंत्रित कर रही है। विद्यालय में कुल 9 कमरे हैं जिसमें चार कमरे परित्यक्त है। तीन कमरों में पढ़ाई होती है। एक कमरे में कार्यालय एवं एक में भंडार गृह है। स्कूल ग्राउंड रोड से नीचे होने के कारण, हल्की बारिश में भी जलजमाव हो जाता है। जिस कारण बच्चियों को काफी परेशानी होती है। विद्यालय में कुल 267 नामांकित छात्राएं हैं। जिसमें कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं भी अध्ययनरत है। छात्राएं नहीं जानती राष्ट्रपति का नाम : एक साथ एक ही कक्ष में वर्ग 6 से 8 तक की सभी छात्राएं बैठी थीं। जबकि एक से पांचवीं वर्ग की छात्राएं पूर्व में ही भोजन के बाद घर चली गई थी। जब देश के राष्ट्रपति का नाम बताने को लेकर हाथ उठाने को कहा गया तो किसी ने हाथ नहीं उठाया। बच्चों की जनरल नॉलेज कमजोर होने की बाबत जब उपस्थित शिक्षक से पूछा गया तो उन्होने बताया कि रैली से लौटने के कारण विद्यार्थी असहज हैं। फिर उन्होंने एक छात्रा को राष्ट्रपति का नाम बताने को कहा तो छात्रा द्वारा राष्ट्रपति का नाम नरेंद्र मोदी बताया गया।

दो शिक्षक थे गायब एक शिक्षिका पिछले 4 वर्षों से रूवना में अवकाश में है। प्रधान शिक्षक से जब पूछा गया कि विद्यालय में शिक्षकों की संख्या एवं उपस्थिति क्या है। तो शिक्षक उपस्थिति पंजी में शिक्षिका अमृता कुमारी पिछले 4 साल से अवकाश में हैं जबकि शिक्षक नंदकिशोर निषाद एवं रंजू पासवान के बारे में जरूरी कार्य से बाजार जाना बताया गया। वही प्रधान शिक्षक से एमडीएम स्टॉक दिखाने की बात कही गई तो उन्होंने अपनी दर्द बयां करते कुछ भी छापने से मना किया। एक शिक्षक ने बताया कि इस माह में 12 बोरा चावल के बदले महज 7 बोरा चावल आवंटित किया गया है। जब से नए एमडीएम प्रभारी आए हैं तभी से स्थिति असामान्य है। बच्चों के निवाले पर एमडीएम प्रभारी ग्रहण लगा रहे हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी

बीईओ दानी राय ने बताया कि कई प्रधान शिक्षकों द्वारा एमडीएम खाद्यान्न आवंटन में कमी एवं मध्याह्न भोजन प्रभारी के विरुद्ध शिकायत की गई है। इसमें एमडीएम प्रभारी को फोन लगाया जाता है वह फोन रिसीव नहीं करते जिस कारण विभागीय जानकारी नहीं मिल पाती। अग्रेतर कार्रवाई के जिला मध्याह्न भोजन प्रभारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी को शीघ्र ही सूचना दी जाएगी।


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