श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज, तैयारी जोरों पर, गोशाला में विशेष आयोजन
गीता का उपदेश विश्व के मानस पटल पर देने वाले वाले भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाने की तैयारी जोरों पर है।
सीतामढ़ी। गीता का उपदेश विश्व के मानस पटल पर देने वाले वाले भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाने की तैयारी जोरों पर है। गांव से लेकर शहर तक इसकी धूम मची हुई है। शहर में तीन मंदिरों में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन किया जा रहा है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के मंदिरों के साथ ही चौक चौराहे पर भी बच्चों द्वारा तैयारी की जा रही है। घरों में भी लोग साज-सजा के साथ इस अवसर पर विशेष तैयारी में जुटे हैं।
जिले में श्री कृष्ण जन्माष्टमी सोमवार 3 सितंबर को मनाया जाएगा। शहर के गुदरी रोड स्थित श्री राम विलास मंदिर, गोशाला परिसर स्थित श्री कृष्ण गोपाल मंदिर और लक्ष्मणानगर के राधाकृष्ण मंदिर में इसकी तैयारी जोर-शोर से हो रही है। इन मंदिरों की सजावट की जा रही है। श्री रामविलास मंदिर व गोशाला के श्री गोपाल मंदिर में होने वाले आयोजन में मारवाड़ी समाज के लोगों का सहयोग अधिक रहता है। श्री राधाकृष्ण मंदिर के महंत जानकी दास ने बताया कि इस मंदिर के स्थापना काल वर्ष 1972 से ही इस अवसर पर विशेष आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर भजन-कीर्त्तन का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भाद्रपद कृष्ण पक्ष की रात 11 बज से जन्मोत्सव प्रारंभ होगा तथा 12.30 बजे आरती व प्रसाद वितरण किया जाएगा। इससे पूर्व मंदिर परिसर में भजन-कीर्त्तन अनवरत चलता रहेगा। इसे लेकर यादव विचार मंच द्वारा बैठक आयोजित कर तैयारी की समीक्षा के साथ ही श्रद्धालुओं को इस अवसर पर मंदिर में दर्शन के लिए आने का आग्रह किया गया।
गोशाला में विशेष कार्यक्रम का आयोजन
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर गोशाला परिसर में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। गोशाला समिति के सज्जन हिसारिया ने बताया कि कार्यक्रम का उदघाटन अनुमंडल पदाधिकारी सदर सत्येंद्र प्रसाद करेंगे। कार्यक्रम में शंभू संगीत महाविद्यालय के छात्रों द्वारा श्रीकृष्ण से संबंधित भाव नृत्य, संगीत, भजन संध्या के साथ ही दहेज का दंश नाटक का मंचन किया जाएगा। रात्रि 12 बजे के बाद राधा-कृष्ण की पूजा-अर्चना व महाआरती तथा गौ भोजन का कार्यक्रम होगा। इसके उपरांत श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद का वितरण किया जायेगा। घरों में भी लोग कर रहे आयोजन
श्री कृष्ण जन्माष्टमी करने वाले कई लोग इस अवसर पर अपने घरों में भी आकर्षक ढंग से भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की मूर्ति की साज-सज्जा कर पूरी रात पूजा अर्चना करते हैं। इसके लिए कई घरों में लोग तैयारी में जुटे हैं। इस अवसर पर लोगों द्वारा उपवास किया जाता है। विशेष कर लड़कियों व महिलाओं द्वारा दिन भर उपवास के उपरांत रात्रि पहर 12 बजे के बाद प्रसाद स्वरूप जल व फल ग्रहण कर श्रीकृष्ण के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पण की जाती है।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर श्री कृष्ण के बाल रूप वाली मूर्ति के अलावा साज-सज्जा सामग्री की बिक्री तेज हो गई है। कोट बाजार खेमका कॉलोनी स्थित बाल गोपाल प्रतिष्ठान में श्री कृष्ण की अष्टधातु की मूर्ति 200 से 1100 रुपये, काठ का झूला 150 से 900 रुपये, पोशाक 25 से 600 रुपये, मुकुद 10 से 500 रुपये तक के रेंज में बिक रहा है। इसके अलावा आभूषण, खिलौना, मोर पंख,पंखा, कंबल, रजाई आदि की बिक्री हो रही है। संचालिका ज्योति सुन्दरका ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के बावजूद लोग इसकी खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। लोगों में श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर उत्साह है। फलों के दाम में उछाल
श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर शहर में फलों के दाम में उछाल आ गया है। खासकर केला, सेव, नाशपाती, खीरा के दाम में। बाजार में रविवार को ¨सगापुरी, चंपा व मालभोग केला का दाम 30 से 80 रुपये दर्जन, सेव 60 से 90 रुपये किलो, नाशपाती 80 रुपये तथा खीरा 40 से 50 रुपये प्रति किलो की दर बिक रहा है।
भीड़ नियंत्रण व सुरक्षा को ले प्रशासन चौकस
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर प्रशासन चौकस है। संध्या से लेकर देर रात्रि तक उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को लेकर शहर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। विभिन्न स्थानों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल की तैनाती तथा सड़क पर आने-जाने वालों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गश्ती तेज कर दी गई है।