सामाजिक विषमता से मुक्ति दिलाने में श्री कृष्ण सिंह का योगदान क्रांतिकारी
सीतामढ़ी। बिहार केसरी व बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह को उनके 132 वें जन्मदिन पर याद किया गया। स्थानीय खादी भंडार परिसर में सोमवार को जयंती समारोह का आयोजन किया गया ।
सीतामढ़ी। बिहार केसरी व बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह को उनके 132 वें जन्मदिन पर याद किया गया। स्थानीय खादी भंडार परिसर में सोमवार को जयंती समारोह का आयोजन किया गया । राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की रुन्नीसैदपुर इकाई के बैनर तले आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता उप प्रमुख भूपेन्द्र नारायण सिंह ने की तथा संचालन प्रो.वीरेंद्र प्रसाद सिंह ने किया। इस अवसर पर लोगों ने उन्हें मानवता के सच्चे हितैषी व अनासक्त कर्मयोगी के साथ साथ एक स्वच्छ राजनीतिज्ञ बताया । जदयू नेता पंकज कुमार मिश्रा ने स्वतंत्रता के बाद बिहार के नव निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका व सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में उनके सकारात्मक प्रयासों को अविस्मरणीय बताया । उन्होंने कहा कि उनका जीवन जनसेवा के लिए समर्पित था। वे गरीबों के हितों के प्रबल पोषक थे। उन्होंने कहा कि श्री बाबू के आदर्शों व परंपराओं को आगे कायम रखना हीं उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी । उप प्रमुख भूपेन्द्र नारायण सिंह ने तत्कालीन बिहार को व्याप्त आर्थिक व सामाजिक विषमता से मुक्ति दिलाने में उनके योगदान को क्रांतिकारी बताया । इस अवसर पर यदुनंदन प्रसाद सिंह, अमरेश कुमार, धीरेंद्र कुमार, संजय कुमार पप्पू, राम नरेश प्रसाद, वासुदेव शर्मा ,जगन्नाथ प्रसाद, राजेन्द्र साह, उमाशंकर सिंह, संजय सिंह, हरि शंकर पासवान व प्रह्लाद महतो ने माल्यार्पण कर अपने विचार रखे ।