स्वामी जी के रास्ते किसानों के संघर्ष को तेज करने का लेना होगा संकल्प
खेती का संकट तथा किसान आंदोलनविषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। इसमें मोर्चा के जिलाअध्यक्ष का चुनाव किया गया। अध्यक्षता मोर्चा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जीवनाथ शाफी ने की। विषय प्रवेश मोर्चा के उपाध्यक्ष जलंधर यदुबंशी ने कराया तथा स्वतंत्रता आंदोलन तथा किसान आंदोलन में स्वामी जी के योगदान की चर्चा
सीतामढ़ी। संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में खादी भंडार प्रांगण में किसान आंदोलन के जनक स्वामी सहजानन्द सरस्वती की 131 वी जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण तथा पुष्पाजलि अर्पित करने के साथ 'खेती का संकट तथा किसान आंदोलन' विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। इसमें मोर्चा के जिलाअध्यक्ष का चुनाव किया गया। अध्यक्षता मोर्चा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जीवनाथ शाफी ने की। विषय प्रवेश मोर्चा के उपाध्यक्ष जलंधर यदुबंशी ने कराया तथा स्वतंत्रता आंदोलन तथा किसान आंदोलन में स्वामी जी के योगदान की चर्चा की तथा उनके बताए रास्ते संघर्ष तेज करने की जरूरत बताई। मोर्चा के संरक्षक डॉ. आनन्द किशोर ने कहा कि स्वामी जी ने पहली बार किसानों के लिए 'भगवान' शब्द का प्रयोग किया था। आज आजादी के 72वर्ष बाद भी किसानों की उपेक्षा तथा आर्थिक गैरबराबरी बढ़ती जा रही है। आज अपना हक पाने के लिए स्वामी जी के रास्ते किसानों के संघर्ष को तेज करने का संकल्प लेना होगा। स्वागत भाषण तथा मंच संचालन महासचिवआफताब अंजुम ने किया। संगोष्ठी को प्रमोद कुमार मिश्र, दिनेश चन्द्रद्विवेदी, प्रो. दिगम्बर ठाकुर, हरिनारायण सिह, चन्द्रदेव मंडल, लालबाबू मिश्र,शिवशंकर मंडल,संजीव कुमार सिंह, नन्दकिशोर मंडल, विजय कुमार पाण्डेय, ताराकांत झा आदि ने संबोधित किया। सर्वसम्मति से जलंधर यदुबंशी को मोर्चा का जिलाध्यक्ष, ब्रजमोहन मंडल को उपाध्यक्ष,संजीव कुमार सिह ,अशोक कुमार को महासचिव तथा रामनरेश यादव, जयचन्द्र सिह तथा जगदीश पासवान को कार्य समिति के लिए चुना गया।
किसान आंदोलन के प्रणेता थे स्वामी सहजानंद
सीतामढ़ी: फिजिकल गली स्थित जानकीनाथ सदन में स्वामी सहजानंद सरस्वती विचार मंच के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती मनाई गई। समारोह का उदघाटन करते हुए पूर्व मंत्री नवल किशोर शाही ने कहा कि स्वामी सहजानंद भारत में किसान आंदोलन के प्रणेता थे। जिला संयोजक श्रीनिवास मिश्र ने स्वामी जी की जयंती आगामी 4 मार्च को ब्रह्मर्षि विकास संस्थान दरभंगा की ओर से अहिल्या स्थान में आयोजित सामूहिक उपनयन सम्मेलन को सफल बनाने की अपील की। मौके पर प्रवीण कुमार शाही, अशोक शाही, डॉ.शशि रंजन कुमार, दिनकर नारायण सिंह, विमलेंदु कुमार सिंह, उपेंद्र आर्य, अंबिका प्रसाद सिंह, विनय कुमार, डॉ.मृत्यंजय झा आदि थे।