धर्म राष्ट्रभक्ति सिखाती है, कट्टरता नहीं : मोरारी बापू
धर्म लोगों को जागृत करता है। धर्म कभी भी कट्टरता नहीं सिखाती, धर्म तो राष्ट्रभक्ति सिखाता है। ¨हदू धर्म में राष्ट्रभक्ति का संदेश है।
सीतामढ़ी । धर्म लोगों को जागृत करता है। धर्म कभी भी कट्टरता नहीं सिखाती, धर्म तो राष्ट्रभक्ति सिखाता है। ¨हदू धर्म में राष्ट्रभक्ति का संदेश है। रामायण में राम राज निषाद से शुरू हुआ। अयोध्या में जहां तक राम मंदिर के निर्माण की बात है राष्ट्र की सहमति से फैसला होना चाहिए या फिर कोर्ट के फैसले पर छोड़ देना चाहिए। मैं राजनीति में नहीं पड़ना चाहता। यह मेरा काम नहीं है। मंदिर बनना चाहिए इसका प्रमाण ढूंढना चाहिए। इतिहास का तथ्य और सत्य से ही कोई विवाद नहीं बढ़ेगा। मैं पहले, मध्य और आखिरी कहीं नहीं हूं। लेकिन दिल में है कि राम मंदिर बनना चाहिए। इसमें मेरा कोई काम नहीं है। सियासत और शासन मेरा क्षेत्र नहीं। उक्त बातें मोरारी बापू ने शुक्रवार को कैलाश स्थित निवास स्थान पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि मां जानकी की धरती पर मंदिर को लेकर जो विवाद चल रहा है वह विवाद नहीं होना चाहिए। अगर दोनों मिलकर आएंगे तो हनुमान जी की प्रेरणा से जो होगी जरूर बताएंगे। यहां भी इतिहास के तथ्य और प्रमाणिकता के सत्य को देखने की जरूरत है। ऐतिहासिक प्रमाण जरूर खोजना चाहिए। जहां तक मां सीता की भूमि के विकास की बात है तो यहां सृष्टि की बैठक हुई है। निर्णय में राम रक्षा प्रेम यज्ञ समिति का गठन किया गया है। यह कमेटी इस कार्य को आगे बढ़ाएगी। आपकी श्रद्धा समेत मेरी आहुति इन कमेटी के साथ है। इस संबंध में शासन से, समाज से, सृष्टि से सभी से विनती कर रहा हूं। आप लोग योजना बनाएं मेरी श्रद्धा और दुआ है। 31 वर्ष पहले मैं यहां आया था। तब और अब में काफी अंतर महसूस कर रहा हूं। लोग यहां कथा सुनने आ रहे हैं। इतने युवा, बच्चे, वृद्ध सभी श्रद्धा के साथ कार्य कर रहे हैं। यह परिवर्तन नहीं तो और क्या है। युवाओं में भटकाव हो रहा है। इसे रोकने के लिए सफल माध्यम है सत्संग। जुबान में ऊर्जा है। इन युवाओं को डांटकर कहेंगे तुम पापी हो, यह कहीं से अच्छा नहीं है। इन युवाओं के साथ मोहब्बत करों, उनमें बदलाव आएगा। रामकथा से अच्छे परिणाम आए हैं। आप विद्यावान बनें, बलवान बनें और बुद्धिमान बनें। आप परिवार तक ही सीमित नहीं रहे। सत्संग करें और समाज के लिए कुछ बेहतर कार्य करें। जमाना बहुत सयाना होता जा रहा है। विवाद को हटाकर संवाद करें।