कृषि कानून रद करने को किसानों ने दिया धरना
रीगा चीनी मिल बंद होने तथा तीन कृषि कानून रद नहीं करने तथा एमएसपी को कानूनी दर्जा नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों ने प्रखंड मुख्यालय पर धरना तथा प्रदर्शन किया।
सीतामढ़ी। रीगा चीनी मिल बंद होने तथा तीन कृषि कानून रद नहीं करने तथा एमएसपी को कानूनी दर्जा नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों ने प्रखंड मुख्यालय पर धरना तथा प्रदर्शन किया। चीनी मिल बंद होने, तीनों कृषि कानून रद नहीं करने तथा एमएसपी को कानूनी दर्जा नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों ने चीनी मिल चालू करो,गन्ने की लूट बंद हो,सभी तौल केंद्र चालू हो,गन्ना का मूल्य 6सौ रु क्वि.तय हो बकाये गन्ना मूल्य का भुगतान हो, आदि नारेबाजी कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष पारसनाथ सिंह ने की। मौके पर तीनों कानून रद करने को हस्तक्षेप करने के लिए राष्ट्रपति के नाम तथा स्थानीय समस्याओं पर प्रखंड अधिकारी को दो मांग पत्र सौंपा गया। धरना स्थल पर हीं सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मिल के सीएमडी द्वारा मिल बंद करने की वर्षों से चल रही साजिश पर राज्य सरकार की नाकामी से चीनी मिल बंद हुआ सरकार अविलंब रीगा थाना में दर्ज मामले में तथा जनहित का मामला दर्ज करे। तीन कृषि कानून तथा एम एसपी पर नौवें राउंड की वार्ता विफल होने पर केंद्र सरकार के खिलाफ निदा प्रस्ताव पारित कर कहा गया कि सरकार किसानों के धैर्य की परीक्षा न ले। सभा को मोर्चा के संरक्षक डॉ.आनंद किशोर, जलंधर यदुवंशी, शफीक खान, किसान नेता राज किशोर सिंह,संजीव कुमार सिंह,मनोज कुमार,सुरेश बैठा,बेलसंड से ठाकुर धर्मेन्द्र सिंह, राजेश कुमार सिंह,अनूठा लाल पंडित,विजय कुमार सिंह,आलोक कुमार सिंह,कौशल किशोर सिंह,जिला पार्षद चन्द्रजीत यादव,ओम प्रकाश कुशवाहा, आफताब अंजुम,कुलदीप यादव,कर्पूरी,रामाशंकर सिंह,डॉ.रबीन्द्र कुमार सिंह,चन्देश्वर चौधरी,मुखिया राजकिशोर सिंह,रामजनम गिरी,अरबिन्द कुमार,मदन कुशवाहा, विनय कुशवाहा,मोहन राम,बीरेंद्र यादव,रामपुकार साह,सन्नी श्री बास्तव,अशोक निराला,हंसराज दास सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया।