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हेल्थ और वेलनेस सेंटर का नहीं मिल रहा लाभ

बथनाहा प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र के दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए वर्षों पूर्व स्थापित सहियारा गांव स्थित अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र वैसे तो वर्षों से बीमार पड़ा था, लेकिन अगस्त में इस अस्पताल में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की शुरूआत होने के बाद लोगों में जो उम्मीदें जगी थी, वह अब कुव्यवस्था के चलते दफन होती जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Feb 2019 12:15 AM (IST)Updated: Mon, 11 Feb 2019 12:15 AM (IST)
हेल्थ और वेलनेस सेंटर का नहीं मिल रहा लाभ
हेल्थ और वेलनेस सेंटर का नहीं मिल रहा लाभ

सीतामढ़ी। बथनाहा प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र के दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए वर्षों पूर्व स्थापित सहियारा गांव स्थित अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र वैसे तो वर्षों से बीमार पड़ा था, लेकिन अगस्त में इस अस्पताल में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की शुरूआत होने के बाद लोगों में जो उम्मीदें जगी थी, वह अब कुव्यवस्था के चलते दफन होती जा रही है। हालत यह है कि इस सेंटर पर चिकित्सक नियमित रूप से आते ही नहीं है। मरीज इलाज कराने आते है और चिकित्सक का इंतजार कर वापस चले आते है। अस्पताल में सजावट है जो ऊंची दुकान फीकी पकवान वाली कहावत को बयां करता है। यह अस्पताल एक एएनएम व एक कालाजार टेक्निशियन के सहारे चल रहा है। हालत यह है कि इलाके के ग्रामीणों को मरहम-पट्टी से लेकर महिलाओं को भी प्रसव तक के लिए 10 किलोमीटर की दूरी तय कर मेजरगंज जाना पड़ता है। बताते चलें कि सुदूर देहाती क्षेत्र के हजारों ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सहियारा के ग्रामीणों ने अथक प्रयास कर वर्ष 1978 में गांव के रामकेवल ¨सह को प्रोत्साहित कर उनकी 5 कट्ठा बेसकीमती जमीन राज्यपाल के नाम रजिस्ट्री करवाई। इसके बाद यहां अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना हुई। शुरूआती दिनों में यह अस्पताल लोगों की उम्मीदों पर खड़ा उतरा। लोगों को इस अस्पताल से स्वास्थ्य सुविधाएं मिली। लेकिन समय गुजरते ही अस्पताल बदहाल होता गया। अगस्त महीने में इस अस्पताल में हेल्थ ऐंड वेलनेस सेंटर की स्थापना की गई। सांसद राम कुमार शर्मा, विधायक दिनकर राम व डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह ने इसका उदघाटन किया। तब डीएम ने अपने संबोधन में इस केंद्र को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ ही 24 घंटे चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही थी। वहीं विधायक ने अपने कोष से केंद्र को एम्बुलेंस उपलब्ध कराने की घोषणा की थी। लेकिन छह माह बाद भी यह अस्पताल बदहाल है। स्वास्थ्य प्रबंधक हरिकिशोर ¨सह ने बताया कि उक्त केंद्र में एक एमबीबीएस चिकित्सक के साथ ही दो एएनएम व एक लैब टेक्निशियन, और एक ड्रेसर कार्यरत हैं। बताया कि अगर कर्मी ड्यूटी में कोताही बरतते है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

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