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संतोष झा से कम शातिर नहीं मुकेश पाठक

गैंगस्टर संतोष झा हत्याकांड में उसके करीबी रहे शातिर मुकेश पाठक का नाम सुर्खियों में है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 31 Aug 2018 12:49 AM (IST)Updated: Fri, 31 Aug 2018 12:49 AM (IST)
संतोष झा से कम शातिर नहीं मुकेश पाठक
संतोष झा से कम शातिर नहीं मुकेश पाठक

सीतामढ़ी। गैंगस्टर संतोष झा हत्याकांड में उसके करीबी रहे शातिर मुकेश पाठक का नाम सुर्खियों में है। मुकेश पर संतोष की हत्या की साजिश का आरोप लगा है। कभी दोनों की दोस्ती मिसाल के रूप में देखी जाती थी, लेकिन पैसों के विवाद में दोनों दोस्त से दुश्मन बन गए। अब जबकि संतोष झा की हत्या हो चुकी है, मुकेश पाठक संगठन का चीफ बन गया है। हालांकि, संतोष झा जितना शातिर व कुख्यात रहा है, उससे कम मुकेश पाठक भी नहीं है। पहले संतोष, मुकेश, चिरंजीवी व अभिषेक सब एक ही गैंग में थे, लेकिन आपसी विवाद में सभी अलग-अलग हो गए। दरभंगा के डबल इंजीनियर मर्डर केस के बाद दरभंगा जेल में दोनों की दोस्ती दुश्मनी में बदल गई। मुकेश पाठक ने शिवहर जेल में रहने के दौरान जेल में रह रही युवती के साथ शादी रचाई थी। जेल परिसर में उसकी शाही शादी पूरे बिहार में चर्चा के केंद्र में रहा। बाद में शिवहर सदर अस्पताल में इलाज के दौरान वह भागने में कामयाब रहा। वह संतोष झा के साथ रांची, कोलकाता व गुवाहाटी में रह रहा था। मूल रूप से पूर्वी चंपारण के मेहसी के सुलसाबाद का रहने वाला है। मेहसी में हत्या कर उसने जरायम की दुनिया में कदम रखा था। सीतामढ़ी के बेलसंड में निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर व इंजीनियर समेत तीन की हत्या व रून्नीसैदपुर में हत्या समेत 20 मामले उस पर दर्ज हैं।

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