धनतेरस को लेकर बाजार तैयार, गांव से लेकर शहर तक उत्साह
धनतेरस कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान धन्वंतरी का जन्म हुआ था, इसलिए इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से जाना जाता है।
सीतामढ़ी। धनतेरस कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान धन्वंतरी का जन्म हुआ था, इसलिए इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से जाना जाता है। धन का मतलब समृद्धि और तेरस का मतलब तेरहवां दिन होता है। धन को तेरह से गुणा बनाने और उसमें वृद्धि करने का दिन है धनतेरस । इस दिन धन और आरोग्य के लिए भगवान धनवंतरी का पूजन किया जाता है। समुद्र मंथन के दौरान धनवंतरी अपने साथ अमृत का कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे । धनतेरस के दिन सोने चांदी के बर्तन के अलावा शुभ मुर्हुत में वाहन,मशीन, कपड़ा, शेयर और घरेलू सामान आदि की खरीदारी की जाती है। इस दिन वाहन की खरीदारी करने के लिए एजेंसियों में वाहनों की बु¨कग के लिए मारामारी हो रही है। ग्राहक अपने पसंद के वाहन को सुरक्षित कराने में जुटे हैं। ताकि धनतेरस के दिन शुभ मुर्हुत में वाहन को अपने घर ले जा सके।
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धन की बारिश के लिए बाजार तैयार
सीतामढ़ी : इस बार धनतेरस का त्योहार सोमवार को है। इस बार भी बाजार बिकने को तैयार है। गांव से लेकर शहर तक बाजार और दुकान सज गए है। बाइक, ट्रैक्टर, टेमे, कार, आभूषण, इलेक्टॉनिक उत्पाद, बर्तन, दीप, लक्ष्मी गणेश की मूर्ति, पटाखा, कपड़ा और मिठाई की दुकानें सज गई है। बाजार में ग्राीकों की भीड़ से दुकानदारों के चेहरे खिले दिख रहे है। आफरों के सहारे दुकानदार ग्राहकों को पटाने में लगे है। धनतेरस और दीपावली में लोग इलेक्ट्रॉनिक सामान फ्रीज, टीवी, वा¨शग मशीन, मोबाइल आदि की खरीदारी आम हो गई है।उधर, आकर्षक लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियों से लेकर रंग बिरंगे दीया, सजावट के सामान, पटाखा एवं मिठाईयों की दुकान को सजाया गया है। धतेरस को लेकर सड़क से लेकर विभिन्न दुकानों को आकर्षक तरीके से सजाया गया है। सड़क के किनारे आकर्षक मूर्तियों का दुकान सजा है। जहां 100 रुपये से लेकर 2000 रुपये मूल्य तक की लक्ष्मी और गणेश भगवान की मूर्तियां उपलब्ध है। प्लास्टर और पेरिस, मिट्टी, अष्टद्रव, चांदी की मूर्तियां उपलब्ध है। ज्वेलर्स दुकानों में चांदी के सिक्के पर बनी लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियां उपलब्ध है।
----------------------------- मिठाई दुकानदारों की विशेष तैयारियां
सीतामढ़ी : धनतेरस और दीपावली को लेकर मिठाई की दुकानों में विशेष तैयारी की जा रही है। विशेष प्रकार के लड्डू से लेकर रंग बिरंगे मिठाईयां बनाई जा रही है। दुकानदारों ने कारीगर की संख्या बढ़ा दी है। बाजार में ¨सथेटिक लड्डू, बेशन की लड्डू, गोंद का लड्डू, खोआ की मिठाई, छेना की मिठाई आदि उपलब्ध है। ऐसे में पटाखा भी कहां पीछे रहने वाला है। शहर से लेकर गांव तक पटाखे की दुकान सज गई है।
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बैठक में एसडीओ ने दिए निर्देश
सीतामढ़ी, संस : धनतेरस, दीपावली और छठ को लेकर एसडीओ सदर मुकुल कुमार गुप्ता ने विधि व्यवस्था चौकस करने का निर्देश दिया है। मुख्यालय डुमरा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित बैठक में एसडीओ सदर व एसडीपीओ कुमार वीर धीरेंद्र ने मौजूद बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्षों को कई निर्देश दिए। इस दौरान सभी छठ घाटों की सफाई करने, गहरे व संवेदनशील घाटों की बारके¨टग करने, बोर्ड लगाने तथा घाटों पर एसडीआरएफ टीम की तैनाती का आदेश दिया। विद्युत विभाग को आपूर्ति व्यवस्था दुरुस्त रखने, अग्निशमन विभाग को अलर्ट रहने व सभी सरकारी अस्पतालों के प्रभारी को एंबुलेंस को तैयार रखने का निर्देश दिया गया। नगर पंचायत व नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को मोहल्लें व घाटों की सफाई कराने का आदेश दिया। रेलवे ट्रैक के समीप के घाटों पर विशेष निगरानी करने का निर्देश दिया। धनतेरस, दीपावली और छठ के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने का आदेश दिया। मौके पर सर्किल इंस्पेक्टर मुकेश चंद्र कुमर, बीडीओ मुकेश कुमार, थानाध्यक्ष विकास कुमार ¨सह, पंकज कुमार, शशिभूषण ¨सह, अमान अशरफ, रूपेश कुमार झा, मिथिलेश कुमार ¨सहा, आलोक कुमार, निरंजन कुमार, रोहित कुमार, नीतू प्रियदर्शनी गुप्ता, राहुल कुमार समेत बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष मौजूद थे।
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सीतामढ़ी सदर अनुमंडल में धारा 144 लागू
सीतामढ़ी, संस : सीतामढ़ी सदर अनुमंडल क्षेत्र में शांति व्यवस्था को लेकर बनाये रखने के लिए 4 से 15 अक्टूबर की शाम 6 बजे तक धारा 144 लागू कर दिया गया है। एसडीओ सदर मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया कि धारा 144 के तहत निर्धारित अवधि में कोई सभा, जुलूस व प्रदर्शन नहीं होगा। इस दौरान हथियार, तलवार व भाला आदि लेकर चलने पर पाबंदी होगी। नदी घाटों, तालाबों आदि जलश्रोत जहां छठ पूजा का आयोजन होता है वहां पटाखा की बिक्री व उपयोग पर पूर्ण पाबंदी होगी। तालाबों में तैरने व डीजे प्रयोग पर प्रतिबंध रहेगा। लाउडस्पीकर के लिए अलग से स्वीकृति प्राप्त करना अनिवार्य होगा।