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ये भाई जरा देख कर चलो, ये है शहर की मुख्य सड़क

ये भाई जरा देख कर चलो यह गांव-गंवई की सड़क नहीं यह सीतामढ़ी शहर की मुख्य सड़क हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 12:36 AM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 12:36 AM (IST)
ये भाई जरा देख कर चलो, ये है शहर की मुख्य सड़क
ये भाई जरा देख कर चलो, ये है शहर की मुख्य सड़क

सीतामढ़ी, अवध बिहारी उपाध्याय। ये भाई जरा देख कर चलो यह गांव-गंवई की सड़क नहीं, यह सीतामढ़ी शहर की मुख्य सड़क हैं। शहर के मुख्य पथ में बाबू वीर कुंवर सिंह चौक से गोशाला चौक तक जाने वाली सड़क जगह-जगह गड्ढे में तब्दील हो चुकी है। आज तक इस सड़क की मरम्मत करने के दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। जबकि इस मुख्य सड़क से हर दिन, हर क्षण प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों का वाहन गुजरता है। इस क्षतिग्रस्त सड़क के सामने ही रेडक्रॉस भवन व राजेंद्र भवन में अक्सर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होता है। जिसमें मंत्री, जनप्रतिनिधि व आला अधिकारी भी शामिल होते हैं लेकिन सड़क की जर्जरता की ओर ध्यान नहीं जाता। जबकि इसका खामियाजा हर दिन हर क्षण आम लोगों को भुगतना पड़ता है।

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वर्ष 2017 में टूटी थी सड़क:

ललित आश्रम गांधी मैदान के समीप सड़क वर्ष 2017 के बाढ़ बरसात में पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गड्ढे में तब्दील हो गई। स्थिति यह है कि हल्की बारिश में ही इस जगह पर जल जमाव हो जाता है। उस समय दो पहिया व तीन पहिया वाहन दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं।

क्या कहते हैं स्थानीय लोग

शहर के वीर कुंवर सिंह चौक के समीप व्यवसायी संजय कुमार का कहना है कि शहर की बदहाल सड़क अब जानलेबा बन गयी है। गांधी मैदान के समीप गड्ढे तब्दील सड़क अक्सर दुर्घटना का केंद्र बना है। व्यवसायी भरत प्रसाद का कहना है कि बरसात से पूर्व ध्वस्त हुई सड़क का अब तक मरम्मत भी नही कराया जा सका है। नतीजतन लोगो का पैदल भी चलना मुश्किल हो गया है। वाल्मीकि कुमार का कहना है कि जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक का मुख्य पथ से आवागमन जारी है। इस सड़क की बदहाली किसी को भी नजर नहीं आ रहा है। व्यवसायी अशोक कुमार कहते है कि सड़क से अक्सर वाहनों के गुजरते वक्त रोड़ा-पत्थर उड़कर दुकान तक आ जाता है। यह तो महज एक संयोग है कि अब तक जख्मी होने से बचे हैं। छात्र अभिषेक कहते है कि शहरवासियों के लिए इससे बढ़कर दुर्भाग्य हो हीं नहीं सकता। छात्रा रजनी कहती है कि जब कोई दूसरे शहर की बात करता है तो उस वक्त शर्मिंदगी महसूस होती है। लेकिन हमारे जनप्रतिनिधि तो बयान देकर ही अपने क‌र्त्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं।

कोट: एनएच 104 के कार्यपालक अभियंता,अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि शहर की मुख्य सड़क जर्जर होना हमारे संज्ञान में नहीं है। स्थल निरीक्षण कर इसे दूरूस्त

करने की कार्रवाई की जाएगी।


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