मौजूदा हालात में लॉकडाउन हटाना नहीं होगा उचित
विशेषज्ञों का मानना है कि लॉकडाउन जितना लंबा खिचेगा उतना ही आर्थिक स्थिति पर ज्यादा बोझ आएगा।
सीतामढ़ी। विशेषज्ञों का मानना है कि लॉकडाउन जितना लंबा खिचेगा, उतना ही आर्थिक स्थिति पर ज्यादा बोझ आएगा। इन स्थितियों को लेकर सरकार गंभीर चितन कर रही है। इस विषय पर चिकित्सकों ने भी अपनी राय रखी। उनसे पूछा गया कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खोला जाए या नहीं इसपर उन्होंने अलग-अलग राय जाहिर किए। कुछ ने बताया कि लॉकडाउन खोलने पर उसका स्वरूप क्या होना चाहिए तो किसी ने लॉकडाउन के बाद अन्य बीमारियों के इलाज के लिए मुकम्मल व्यवस्था की बात कही। जिससे कोरोना के अलावा अन्य मरीजों को भी दिक्कत न हो। फैक्ट्री-उद्योग धंधों को कैसे सुरक्षित तरीके से शुरू किया जा सकता है।
-आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई चेन सड़क मार्ग पर किस प्रकार से शुरू की जाए।
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लॉक डाउन को अभी लागू रहने देना चाहिए। क्योंकि, कोरोना वायरस का लक्षण पन्द्रह दिनों में भी बाहर आता है। लॉकडाउन हटने से भीड़ बढ़ेगी और संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा। बाहर के लोगों को घर पहुंचने की जल्दबाजी है। ऐसे में अनियंत्रित भीड़ में कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
-- डॉ. प्रतिमा आनंद,स्त्री रोग विशेषज्ञ
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लॉकडाउन को लेकर कोई भी निर्णय केंद्र व राज्य सरकार को मिलकर लेना है। इसमें डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस का ध्यान रखना जरूरी होगा। मेरे हिसाब से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या स्थिर होने तक लॉकडाउन जारी रखना बेहतर होगा। लॉकडाउन को एकाएक खोलने से संक्रमण को फैलने से रोकने में दिक्कतें आ सकती हैं। कोरोना को लेकर जारी सतर्कता के बीच अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को इलाज कराने में दिक्कतें पेश आ रही हैं।
डॉ. तौहीद अनवर, बीडीएस
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एक साथ लॉकडाउन समाप्त किया जाना उचित नहीं है। क्योंकि, कई प्रदेशों में कुछ स्थानों पर सुधार नहीं हो पा रहा है। जिन क्षेत्रों में कोरोना का असर नहीं है। उन क्षेत्रों में औद्योगिक संस्थाएं हैं, तो उन्हें सशर्त चालू कराया जा सकता है। हमें कोरोना से लड़ना भी है और अर्थव्यवस्था को ध्वस्त होने से बचाना भी है। आंतरिक यातायात सरकार के शर्तों पर बहाल होने से स्थिति शीघ्र समान्य होगी।
डॉ.मृत्युंजय कुमार झा, दंत चिकित्सक
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कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या जिस तरह से बढ़ रही है, लॉकडाउन को समाप्त करना खतरे से खाली नहीं है। इसे चरणबद्ध तरीके से खोला जाना चाहिए। अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को इलाज कराने में परेशानी हो रही है। सरकार को इसके लिए भी व्यवस्था करनी चाहिए। यातायात बंद होने के कारण मरीजों को इलाज के लिए आने-जाने में परेशानी हो रही है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों की हालत दयनीय है।
डॉ.एसके झा, फिजिशियन
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जैसा कि हम लोग देख रहे हैं कि दिन प्रतिदिन कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। इसको देखते हुए अभी लॉकडाउन नहीं खोलना चाहिए। अगर लॉकेडाउन खोला जाए तो कुछ दिनों तक, ताकि जो लोग फंसे हैं जहां तहां वह अपने-अपने घर आ जाएं। अन्य बीमारियों का इलाज की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई चेन सड़क मार्ग से शुरू किया जा सकता है। ताकि, आवश्कता की सामग्री में कोई कमी नहीं आए। डॉ. हर्षराज, एमबीबीएस, पीएमसीएच।
--------- अभी नही खुलना चाहिए। खुलने पर कोरोना का प्रसार ज्यादा बढ़ेगा। जब तक नया केस आना रूक नहीं जाता है तब तक इसके बारे में सोचना नहीं चाहिए। लॉकडाउन का सभी लोगों को सख्ती से पालन करना होगा। यह सही है कि इस दौरान आवश्यक कामकाज प्रभावित हो रहा है। मगर, प्रशासन आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने में दिन-रात जुटा हुआ है। लोगों को भी संयम से काम लेना चाहिए।
डॉ. नीरव कुमार, पीएचसी, डुमरा।
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