लॉकडाउन में योगासन, फिटनेस और हेल्दी बॉडी के सीख गए टिप्स
सीतामढ़ी। लॉकडाउन में घर में रहने की मजबूरियों ने कई लोगों को सेहतमंद बना दिया है। उनकी सेहत का राज जानकर आप भी चौंक जाएंगे।
सीतामढ़ी। लॉकडाउन में घर में रहने की मजबूरियों ने कई लोगों को सेहतमंद बना दिया है। उनकी सेहत का राज जानकर आप भी चौंक जाएंगे। जी, हां, एक्सरसाइज, फिटनेस और हेल्दी बॉडी की चाहत किसको नहीं होती, मगर सबके लिए ये आसान भी नहीं होता। लेकिन, कई लोग लॉकडाउन में ही न सिर्फ योगासन सीख चुके हैं बल्कि, उनकी हेल्दी बॉडी दूसरों को प्रेरित भी कर रही है। अगर, आप भी आजतक एक्सरसाइज, फिटनेस और हेल्दी बॉडी बनाने के लिए सिर्फ सोचते रहे हैं तो इस लॉकडाउन के दरम्यान ही हल्के टिप्स में योगासनों में महारथ हासिल कर लेंगे। लॉकडाउन के वक्त लोग अपने-अपने घरों में हैं और ज्यादातर वक्त ऑफिस के काम और बाकि परिवारवालों के साथ बिता रहे हैं। इसलिए ये सही मौका है खुद को और परिवार के बाकि के सदस्यों को फिट रखने का। घर के अंदर शरीर को फिट रखने का सबसे आसान तरीका है योग। योग का एक आसन नियमित तौर पर करने से बॉडी फिट रहती है और ये शरीर से कई बीमारियों को दूर रखने में सहायक साबित हो सकता है। पढ़ाई के साथ फिटनेस भी पूरा ध्यान, योग ही निरोगी काया का मूलमंत्र एसआरकेजी गोयनका कॉलेज स्नातक थर्ड पार्ट की छात्रा भाव्या प्रियदर्शिनी कहती है कि रोजाना की लाइफ में वक्त ही कहां मिलता है खुद को वक्त दे पाने का। लॉकडाउन का मौका हमारी सेहत बनाने के काम आया। पढ़ाई के साथ फिटनेस पर भी हमने पूरा ध्यान दिया। डुमरा में एसपी कोठी के पीछे के मोहल्ले में रहने वाली भाव्या योग के साथ एक्सरसाइज भी करती हैं। उनका कहना है कि फिटनेस से तंदुरुसती रहती है और पढ़ाई में भी एकाग्रचिता बनी रहती है। योग ही निरोगी काया का मूलमंत्र है। भाव्या का कहना है कि कपालभाति योग का एक ऐसा आसान है जिसको करने से सभी योगासनों का फायदा मिलता है। कोटा में मेडिकल की तैयारी कर रही परिहार की अल्का लॉकडाउन में घर पर फंस जाने के कारण योग को ही रुटीन में शामिल कर लिया। अब वह योगासनों की अच्छी समझ रखने लगी है। घर के सदस्यों को भी योग सीखा रही है। अल्का की मम्मी रेखा झा व पापा रामएकबाल राय का कहना है कि हमें हमारी बिटिया ने योग सीखा दिया। अल्का को देखकर उसकी भतीजी सोनम भी सुबह-सुबह योग करने लगती है। वह अभी दूसरी कक्षा में है। सोनम का कहना है कि योग करने के बाद पढ़ाई में भी खूब मन लगता है। सोनम के पिता रमेश कुमार का कहना है कि लॉकडाउन में पढ़ाई में उसकी एकाग्रचितता बढ़ गई है। प्रोफेसर साहेब बोले, कपालभाति प्राणायाम करने के कई लाभ प्रो. अजय कुमार का कहना है कि कपालभाति प्राणायाम करने के कई लाभ हैं। प्रकाश कोलनी वार्ड-26 के निवासी डॉ. अजय लंगट सिंह कॉलेज, मुजफ्फरपुर में मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर हैं। उनका कहना है कि रोजाना 10 से 15 मिनट कपालभाति करने से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं। योग के इस आसन को करने से कब्ज, गैस समेत पेट संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। योग एक्सपर्ट्स का मानना है कि कपालभाति करने से अस्थमा रोगियों को बहुत फायदा मिलता है। इसे करने से श्वास नली की सफाई हो जाती है। नियमित तौर पर कपालभाति करने से आंखों के नीचे के काले घेरे खत्म हो सकते हैं। जिन लोगों को बाल झड़ने, टूटने की समस्या होती है उन्हें भी कपालभाति करने की सलाह दी जाती है। जिन लोगों को दिमाग एकाग्र करने में परेशानी होती है उन्हें भी कपालभाति करने की सलाह दी जाती है।