बेला में श्रीराम, सीता और लक्ष्मण की मूर्तियां ले गए चोर, अष्टधातु वाली मूर्तियों की 50 लाख कीमत
लॉकडाउन में चोर भगवान को भी निशाना बनाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
सीतामढ़ी। लॉकडाउन में चोर भगवान को भी निशाना बनाने से बाज नहीं आ रहे हैं। नया मामला जिले के परिहार प्रखंड अंतर्गत मच्छपकौनी गांव का है। बेला थाने के बेला गांव स्थित बिहारी दास मंदिर से गुरुवार की रात अष्टधातु की तीन मूर्तियां चोरी गई हैं। चोरी गई 60 किलो वजनी मूर्तियों में भगवान श्रीराम, सीता व लक्ष्मण जी की मूर्ति हैं। ये मूर्तियां सैकड़ों वर्ष पुरानी और कीमत 50 लाख बताई जाती है। शुक्रवार की सुबह पुजारी मंदिर की साफई करने पहुंचे तो भगवान के आसन से उनकी मूर्तियां गायब थीं। पुजारी ने स्थानीय लोगों को ये बातें बताई। बेला थाना पुलिस को भी दी गई। पुलिस मंदिर पहुंच आई। छानबीन में चोरों की करतूत से पुलिस वाले भी दंग थे। पुजारी रामदयाल साह के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई। जिसमें एक व्यक्ति पर संदेह व्यक्त करते हुए अन्य अज्ञात को आरोपित किया गया है। पुलिस एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। थानाध्यक्ष ने बताया कि जांच चल रही है। मामले का शीघ्र ही उछ्वेदन कर लिया जाएगा। मंदिर की खिड़कियों के छड़ काटकर ले गए मूर्तियां
मंदिर की खिड़कियों के छड़ काटकर मूर्तियां बाहर निकाली गईं। हालांकि, मंदिर की वह खिड़की काफी कमजोर है, जिसको पूरी तरह तोड़ा भी नहीं जा सका है। बावजूद, उसी रास्ते मूर्तियां चोरी जाने की बात सबको अटपटा लग रहा है। क्योंकि, उतनी संकीर्ण खिड़की से मूर्तियों को कैसे बाहर निकाला गया होगा। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अशोक कुमार के पहुंचने के बाद इंस्पेक्टर फारुख हुसैन भी आए। मंदिर के गर्भ गृह में भगवान के सिंहासन के जीर्णोद्धार का काम चल रहा है। इसलिए मूर्तियों को फिलहाल गर्भगृह के बगल स्थित कक्ष में रखा गया था। गुरुवार की रात पुजारी नियमित पूजा-अर्चना के बाद मूर्ति वाले कक्ष को बंद कर बरामदे में सो गए। सुबह कमरा खोला तो पीछे की खिड़की टूटी हुई थी और तीनों मूर्तियां गायब थीं। बहरहाल, मंदिर से भगवान की मूर्तियों की चोरी की खबर जंगल की आग की तरह गांव में फैली। लोगों की भीड़ जुट गई।