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जर्जर सड़क व जलजमाव बनी बेलगंज गांव की पहचान

विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए प्रत्याशियों व नेताओं का गांव-गांव में दौरा शुरू हो गया है। लेकिन बुनियादी समस्या से जूझ रहे लोगों में नेताओं के प्रति आक्रोश व्याप्त है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Oct 2020 12:13 AM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2020 12:13 AM (IST)
जर्जर सड़क व जलजमाव बनी बेलगंज गांव की पहचान
जर्जर सड़क व जलजमाव बनी बेलगंज गांव की पहचान

सीतामढ़ी । विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए प्रत्याशियों व नेताओं का गांव-गांव में दौरा शुरू हो गया है। लेकिन, बुनियादी समस्या से जूझ रहे लोगों में नेताओं के प्रति आक्रोश व्याप्त है। बैरगनिया प्रखंड के बेलगंज पंचायत की जर्जर मुख्य पथ विकास की कहानी कहा रहा है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से वर्ष 2011-12 में बेलकोठी से बेंगाही तक करीब दो किमी सड़क का निर्माण किया गया। निर्माण के कुछ माह बाद ही सड़क टूटती चली गई। यह सड़क बेल से नंदवारा होते हुए वंशीचाचा सेतु तक जाती है। पंचायत के वार्ड तीन एवं छह के बीचोबीच गुजरने वाली इस सड़क पर वर्षा की कौन कहे, सालोभर जल जमाव रहता है। गांव में आज तक नाला का निर्माण नहीं किया जा सका है। पंचायत से लेकर विधान सभा व संसदीय चुनाव के समय नेताओं द्वारा गांव में जर्जर सड़क की मरम्मत व नाला निर्माण का आश्वासन दिया जाता है। लेकिन, चुनाव बाद कोई प्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं देते हैं। गांव के धीरज कुमार झा, सुजीत झा, अंजन कुमार, दामोदर ठाकुर व विनय झा कहते हैं कि जर्जर सड़क व जलजमाव इस पंचायत की पहचान बन गई है। नाला नहीं होने से लोगों के घरों का पानी व वर्षा का पानी सड़क पर जगह-जगह बहता है। जिसके कारण आमलोगों को आने-जाने में काफी कठिनाई होती है। गांव में बड़े नाला की जरूरत है।

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