स्वतंत्रता सेनानी अमीरा देवी का निधन
पुपरी में आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाली 103 वर्षीया अमीरा देवी अब दुनिया में नहीं रहीं। शुक्रवार की शाम उन्होंने अंतिम सांस ली।
सीतामढ़ी। पुपरी में आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाली 103 वर्षीया अमीरा देवी अब दुनिया में नहीं रहीं। शुक्रवार की शाम उन्होंने अंतिम सांस ली। मूलरूप से अनुमंडल क्षेत्र के नानपुर प्रखंड अंतर्गत बहेड़ा गांव निवासी स्व. राजनारायण मिश्र की धर्मपत्नी अमीरा देवी ने देश को स्वाधीनता दिलाने में अहम योगदान दिया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 15 अगस्त 1972 को 1942 के स्वतंत्रता संग्राम में अविस्मरणीय योगदान के लिए उनको ताम्र पत्र से सम्मानित किया था। इतना ही नहीं उनके पति राज नारायण भी स्वतंत्रता सेनानी थे। वे अपने पीछे पुत्र नागेन्द्र कुमार के अलावा तीन पुत्री सोनी देवी, उर्मिला देवी और निर्मला देवी समेत भरापूरा परिवार छोड़ गई हैं। बताया जाता है कि स्वाधीनता आंदोलन के लिए जेल की यातनाओं को सहने वाले कुलदीप मिश्र, राम भरोस शर्मा इन्हीं के परिवार से आते हैं। इनके निधन पर इलाके में शोक व्याप्त है।