फिल्म निर्देशन में पहचान बनाने वाले सुनील हुए सम्मानित
बॉलीवुड में कुशल निर्देशन और लेखन से अपनी पहचान बनाने वाले पुपरी के लाल सुनील प्रसाद को पीएचसी परिसर में नागरिकों द्वारा आयोजित एक सादे समारोह मे एसडीओ धनंजय कुमार ने पुष्पगुच्छ अंगवस्त्र पाग और जानकी उछ्वव प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया।
सीतामढ़ी। बॉलीवुड में कुशल निर्देशन और लेखन से अपनी पहचान बनाने वाले पुपरी के लाल सुनील प्रसाद को पीएचसी परिसर में नागरिकों द्वारा आयोजित एक सादे समारोह मे एसडीओ धनंजय कुमार ने पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र, पाग और जानकी उछ्वव प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इनकी उपलब्धि यहां के लोगों के लिए अत्यंत ही गौरव की बात है। उन्होंने मुंबई में संघर्ष करते हुए अपने दम पर जो मुकाम हासिल किया है, वह दूसरे के लिए अनुकरणीय है। बताया गया कि नगर के बलिया हाउस निवासी स्व. राधा गोविद प्रसाद के छोटे पुत्र सुनील ने प्रारंभिक शिक्षा मारवाड़ी मध्य विद्यालय व एलएम हाई स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद राधाकृष्ण गोयनका कॉलेज में नामांकन कराया। लेकिन, जेपी आंदोलन के कारण विपरीत परिस्थिति होने पर पढ़ाई छोड़ उन्हें मुंबई जाना पड़ा। वहां सुनील फिल्मी दुनिया में अपना भाग्य आजमाना प्रारंभ कर दिए। सबसे पहले उन्हें दो गुजराती ़िफल्म को निर्देशित करने का मौका मिला। बाद में इन्होंने भोजपुरी फिल्म माई रे कर दे विदाई हमार, दूल्हा मिलल दिलदार, माटी,जब लहू पुकारेला को भी निर्देशित किया। इनकी काबलियत को देखते हुए हिदी टीवी सीरियल व फिल्म के निर्देशन एवं लेखन का भी अवसर मिला। वर्ष 2016 मे इन उपलब्धियों के लिए बिहार सरकार के फिल्म विकास निगम द्वारा पटना में सम्मानित भी किया गया। मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुरेंद्र कुमार, डॉ. अरुण कुमार सिंह, राजबा़ग युवा संस्थान के संयोजक अतुल कुमार, राजकुमार मंडल, राजेश चौधरी, मदन मिश्र, मोतिउर रहमान आलमगीर, शाकीर हुसैन, देवेंद्र मिश्र, श्याम बाबू राय, दीनबंधु कुमार, आ़फताब, सोनू कुमार आदि भी उपस्थित थे।