तौल केंद्र खुलने की आस में किसान, औने-पौने भाव में गन्ना बेचने को हो रहे विवश
सीतामढ़ी। सीतामढ़ी शिवहर सहित मुजफ्फरपुर जिले का एकमात्र उद्योग रीगा चीनी मिल लाख कोशिश
सीतामढ़ी। सीतामढ़ी, शिवहर सहित मुजफ्फरपुर जिले का एकमात्र उद्योग रीगा चीनी मिल लाख कोशिश के बावजूद इस वर्ष चालू नहीं हो सका। जानकारी के अनुसार प्रति वर्ष नवंबर माह में ही चीनी मिल पेराई सत्र प्रारंभ किया जाता था। लेकिन, इस बार मजदूर यूनियन एवं चीनी मिल प्रबंधन के टकराव के कारण पेराई सत्र शुरू नहीं हो सका है। जानकारी के अनुसार, चीनी मिल पर किसानों का तकरीबन सवा सौ करोड़ रुपये बकाया है । वहीं किसानों का करीब लाखों क्विटल गन्ना खेत में लगा हैं। जिसका ना तो कोई खरीदार है और ना ही रीगा चीनी मिल लेने के लिए तैयार है। अब किसान जाएं भी तो कहां जाएं रीगा चीनी मिल क्षेत्र में गन्ना की खरीददारी औने पौने भाव में हो रही है। वैसे भी रीगा को छोड़ सूबे के अन्य दस चीनी मिलों में पराई सत्र नवंबर दिसंबर माह से हीं शुरू है। लेकिन, गन्ना की कीमत तय नहीं हो सका है। देश के अन्य प्रदेशों में एफआरपी के बाद स्टेट एडवाइस प्राइस राज्य सरकार हीं तय करती है। विगत कई वर्षों से कुछ तकनीकी पेच फंसाकर चीनी मिल मालिक ही कीमत तय करते हैं। जहां,मिल मालिकों की ओर से कीमत की घोषणा के पूर्व सरकार के मंत्री स्तर पर मिलने जुलने की औपचारिकता जरूर की जाती रही है। पिछले सीजन में विभिन्न किस्मों की कीमत निम्न प्रभेद के 265, सामान्य प्रभेद 290 एवं अग्रिम प्रभेद 310 रूपये प्रति क्विटल थी। इस बार रीगा चीनी मिल चालू हुआ हीं नहीं हुआ। सरकारी स्तर से इस क्षेत्र में लगे 15 लाख क्विटल गन्ना गोपालगंज, सिधवालिया और मझौलिया मिलों को बिचौलियों के माध्यम से ओने पौने दाम पर आवंटित किया गया है। ईख विभाग के निर्देश पर भी अबतक किसी मिल द्वारा ईख तौल कांटा पर खरीद शुरू नहीं किया गया है।.इधर बिचौलियों की चांदी कट रही है। आधी कीमत पर गन्ना खरीद कर उन्हीं मिलों में भेजा जा रहा है। ऐसा आपसी घालमेल से किया जा रहा है। इस बाबत ईंखोत्पादक संघ के अध्यक्ष किसान नेता नागेंद्र प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर किसानों को झांसा देकर आधी कीमत पर गन्ना खरीद करने की जानकारी दी। हालांकि पिछले दिन ईंखायुक्त ने मिल के अधिकारियों व ईंखोत्पाद संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर दो दिन के अंदर तौल केंद्र खोलने का आश्वासन दिया।