चिकन की दुकान चलाने वाले के बेटे कैप्टन कमरुल जमन ब्रह्मोस मिसाइल दस्ते का करेंगे नेतृत्व
सीतामढ़ी। सीतमढ़ी के रहने वाले भारतीय सेना में कैप्टन कमरुल जमन नई दिल्ली में राजपथ पर गण
सीतामढ़ी। सीतमढ़ी के रहने वाले भारतीय सेना में कैप्टन कमरुल जमन नई दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल दस्ते को लीड करेंगे। सेना ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को भी इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल किया है। इस बार बिहार से सिर्फ कैप्टन जमन ही हैं, जो गणतंत्र दिवस परेड में किसी दस्ते का नेतृत्व कर रहे हैं। कैप्टन जमन डुमरा प्रखंड की मधुबन पंचायत के राजा नगर तलखापुर गांव से हैं और उनके पिता का नाम गुलाम मुस्तफा खान है, जो शहर के विश्वनाथपुर चौक पर चिकेन की दुकान चलाते हैं। राजद नेत्री सह सिंहवाहिनी मुखिया रितु जयसवाल कैप्टन जमन के पिता से मिलने पहुंचीं और उन्हें उनके जाबांज सपूत की इस उपलब्धि पर उन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मानित करते हुए कहा कि कैप्टन जमन कि यह उपलब्धि पूरे सीतामढ़ी जिले के लिए ही नहीं बल्कि, पूरे बिहार के लिए गौरव का विषय है। मैं सलाम करती हूं भारत मां के इस होनहार सपूत को। और साथ ही सर झुका कर प्रणाम करती हूं ऐसे बेटे को जन्म देने वाले माता-पिता को, जिन्होंने दिन-रात मेहनत कर के उन्हें इस काबिल बनाने का कार्य किया और देश की सेवा करने के लिए भेजा। कैप्टन जमन की शुरुआती शिक्षा-दीक्षा एमपी हाई स्कूल एवं गोयनका कॉलेज से हुई है। उसके बाद 2018 में इंडियन मिलिट्री एकेडमी से पास करने के बाद सेना में अफसर बने। उनके पिता ने काफी संघर्ष कर के जमन को पढ़ाया और आखिरकार उन्होंने कैप्टन बनकर सबका मान बढ़ाया। सुपरसोनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल दस्ते का नेतृत्व करना वाकई बड़ी बात कैप्टन जमन ने बताया कि ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम दुनिया का पहला क्रूज मिसाइल सिस्टम है। इसकी रेंज 400 किलोमीटर तक की है। जो तीव्र गति के साथ दुश्मन को निशाना बना सकती है। यह सबसे घातक औस सबसे शक्तिशाली हथियाोंर में से एक है। सुपरसोनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल को भारत और रूस के संयुक्त उपक्रम के तहत विकसित किया गया है। यह 400 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक टारगेट को भेद सकती है। रैमजेट सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस को पनडुब्बी, युद्धपोत, लड़ाकू विमान और जमीन से भी लॉन्च किया जा सकता है। अनुमान के मुताबिक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल 450 किलोमीटर से अधिक दूरी तक निशाने को तबाह कर सकती है। इसकी रफ्तार 3450 किमी प्रतिघंटा तक है। साथ ही यह 15 किमी तक ऊंचाई में भी लक्ष्य को भेद सकती है।