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सरकारी स्कूलों में शिक्षा सुधार को डीएम ने कसी कमर

सीतामढ़ी। जिले के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को अब रोजाना भरना होगा लॉगबुक जबकि चौथी से लेकर उपरी कक्षाओं के मॉनीटर को वर्ग विनिमय पंजी का संधारण करना होगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 11:52 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 11:52 PM (IST)
सरकारी स्कूलों में शिक्षा सुधार को डीएम ने कसी कमर
सरकारी स्कूलों में शिक्षा सुधार को डीएम ने कसी कमर

सीतामढ़ी। जिले के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को अब रोजाना भरना होगा लॉगबुक, जबकि चौथी से लेकर उपरी कक्षाओं के मॉनीटर को वर्ग विनिमय पंजी का संधारण करना होगा। स्कूलों से शिक्षक और बच्चों की अनुपस्थिति को लेकर नाराज डीएम ने शैक्षणिक सुधार के लिए कमर कस ली है। डीएम ने इसके तहत जिले के सभी प्राथमिक, मध्य, उच्च, उच्चतर माध्यमिक, बुनियादी विद्यालयों और मदरसों के एचएम को पत्र भेज कर आदेश के अनुपालन का निर्देश दिया है। अन्यथा कार्रवाई की चेतावनी दी है।

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बच्चे करेंगे वर्ग विनिमय पंजी का संधारण

सीतामढ़ी : डीएम के आदेश के अनुसार चौथी से ऊपर की कक्षाओं में वर्ग विनमय पंजी का संधारण होगा। इसकी जिम्मेदारी वर्ग के मॉनीटर को करना है। मॉनीटर को पंजी में रोजाना लिखना है कि किस दिन क्या-क्या पढ़ाई हुई। किस शिक्षक ने बच्चे को कौन सा विषय और कौन सा पाठ पढ़ाए है।

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शिक्षकों को भरना होगा लॉग बुक

सीतामढ़ी : स्कूलों के शिक्षकों को अब प्रति दिन शिक्षक डायरी या शिक्षक लॉगबुक भरना होगा। उल्लेख करना होगा कि उन्होंने बच्चों को क्या-क्या पढ़ाए। प्रतिदिन वर्ग संचालन की गतिविधियां और पाठ का संधारण शिक्षक द्वारा किया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय के प्रत्येक शिक्षक को अपनी-अपनी डायरी रखनी और संधारित करनी होगी। डीएम ने बताया है कि शिक्षकों को पूर्व में डायरी उपलब्ध कराई जा चुकी है। डीएम ने सभी शिक्षकों को पाठ्य योजना का निर्माण खुद करने का आदेश दिया है। वही वर्ग तालिका का संधारण और पालन सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी संबंधित स्कूल के एचएम की होगी। एचएम शिक्षक और छात्र पंजी का समय-समय पर अवलोकन और पनिरीक्षण करते रहेंगे। अधिकारियों के औचक निरीक्षण के दौरान उक्त दोनों पंजी उपस्थापित करना जरुरी होगा।

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यह है मामला

डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह लगातार शिक्षा में सुधार के लिए पहल कर रहे हैं। डीएम के आदेश-निर्देश के बावजूद शिक्षक बेपरवाह बने हुए हैं। शिक्षकों की लेटलतीफी बरकरार है। जबकि बच्चों की स्कूलों में उपस्थिति नहीं हो पा रही है। 18 फरवरी को डीएम ने डुमरा, नानपुर और बाजपट्टी के 11 स्कूलों का निरीक्षण किया था। इस दौरान नानपुर प्रखंड के बेला स्थित स्कूल से सभी बच्चों के गायब रहने के मामले में डीएम ने बीईओ को जिम्मेदार मानते हुए उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की थी। वहीं डुमरा, नानपुर और बाजपट्टी के 25 गायब शिक्षकों को भी निलंबित कर दिया था। डीएम ने संबंधित शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई का आदेश दिया था। कहा था कि शिक्षा व्यवस्था के प्रति लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलास्तर के शिक्षा अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी। साथ ही उन्हें जिम्मेदार मानते हुए कार्रवाई की जाएगी। इसी बीच बुधवार को डीएम ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए यह आदेश जारी किया है।


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