शीघ्र हो किसानों का लंबित ईंख मूल्य का भुगतान
ईखोत्पादक संघ के सक्रिय सदस्यों की बैठक संघ के अध्यक्ष नागेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में किसान भवन में हुई ।
सीतामढ़ी। ईखोत्पादक संघ के सक्रिय सदस्यों की बैठक संघ के अध्यक्ष नागेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में किसान भवन में हुई । इसमें चीनी मील से जुड़े 40 हजार किसानों के बकाया ईंख मूल्य के लंबित भुगतान को लेकर चिता व्यक्त की गई । किसान प्रतिनिधियों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि बीते साल का 100 करोड़ से अधिक की राशि मिल के जिम्मे बकाया है। उसके भुगतान की मांग की प्रतिनिधियों ने चिता जताई। कहा कि चालू सीजन में अनुमानित 40 लाख क्विटल गन्ना खेतों में लगा है जिसकी कीमत 125 करोड़ के आसपास होगी। अगर सुचारू रूप से मिल नहीं चली तो किसानों के ऊपर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ेगा। मिल प्रबंधन और सरकार को हर हाल में सुनिश्चित करना है कि बकाया मूल्य का एकमुश्त भुगतान किसानों का हो जाए और खेतों में लगे गन्ने का शत-प्रतिशत खरीदारी पूरी हो जाए। मुख्य महाप्रबंधक शशि गुप्ता किसान प्रतिनिधियों से मिलने खुद किसान भवन में पहुंचे और किसानों की समस्याओं पर बिदुवार लंबी चर्चा की। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 -17 एवं 2017 -18 का बकाया 34 करोड़ का भुगतान पूरा हो चुका है। 25 ऐसे किसानों का भुगतान लंबित है जिनका बैंक खाता उपलब्ध नहीं है। सीजन 2018 का दीपावली के पहले 25 करोड़ का भुगतान हो जाएगा। बाकी राशि के भुगतान के लिए हम लोग प्रयासरत हैं। संघ की ओर से प्रस्ताव पारित कर सरकार एवं बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य महाप्रबंधक से आग्रह किया गया कि मिल के बंद किए गए खाते को खोला जाए। ताकि मिल मजदूर एवं किसान का भुगतान बाधित न हो। बैठक में राज मंगल सिंह, रामयपू यादव ,अनूठा लाल पंडित, लखन ठाकुर, उमेश प्रसाद सिंह, अशोक ठाकुर, रामनरेश सिंह, महेश्वर सिंह, रामनरेश यादव, ललन प्रसाद, रामबाबू गुप्ता, सतीश सिंह तथा भिखारी साह आदि शामिल थे।