अपनी लेखनी की बदौलत दिनकर जी ने किया था सामाजिक क्रांति का सूत्रपात : सूरजभान
पूर्व सांसद सूरजभान ¨सह ने कहा कि राष्ट्रकवि रामधारी ¨सह दिनकर ने अपनी लेखनी के माध्यम से न केवल सामाजिक क्रांति का सूत्रपात किया, बल्कि दलित, शोषित, पिछड़ों को जगाने का भी काम किया।
सीतामढ़ी । पूर्व सांसद सूरजभान ¨सह ने कहा कि राष्ट्रकवि रामधारी ¨सह दिनकर ने अपनी लेखनी के माध्यम से न केवल सामाजिक क्रांति का सूत्रपात किया, बल्कि दलित, शोषित, पिछड़ों को जगाने का भी काम किया। उन्होंने ब्रिटिश सरकार की नौकरी करते हुए भी उससे बगावत की और देश को आजादी दिलाने की लड़ाई लड़ी। पूर्व सांसद रविवार को जिला मुख्यालय डुमरा के नेहरू भवन में विश्व मानव जागरण मंच के तत्वावधान व संस्थापक अमित कुमार उर्फ माधव चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित
राष्ट्रकवि रामधारी ¨सह दिनकर जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रकवि के जीवन वृत पर चर्चा की। कहा कि उन्होंने अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान सवाल उठाया और लोजपा की पहल पर संसद में राष्ट्रकवि की प्रतिमा लगवाई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंच के संस्थापक माधव चौधरी ने राष्ट्रकवि
रामधारी ¨सह दिनकर के सीतामढ़ी से संबंध पर चर्चा की। कहा कि दिनकर के विचारों से लोगों में सामाजिक क्रांति का संचार कराने व शोषण के खिलाफ लोगों को गोलबंद करने के लिए इस समारोह का आयोजन किया गया है। विश्व जागरण मंच दिनकर के अधूरे सपनों को पूरा करने का संकल्प ले रहा है। उन्होंने भारत सरकार से राष्ट्रकवि को भारत रत्न देने व जिला प्रशासन से जिले में दिनकर की आदमकद प्रतिमा लगाने की मांग की। कहा कि जिला प्रशासन जगह दे हम प्रतिमा लगवाएंगे। उन्होंने समारोह के मंच से एक बार फिर कहा कि मुनाफा का तीन हिस्सा होना चाहिए। एक हिस्सा मजदूर को मिलना चाहिए। तभी सामाजिक विषमताओं का खात्मा होगा। कहा कि जनता दलप्रतिनिधि का चयन करना छोड़ जनप्रतिनिधि का चयन करे। समारोह को संबोधित करते हुए डॉ. इंदल ¨सह नवीन ने कहा कि दिनकर जी ने स्वतंत्रता संग्राम में उल्लेखनीय भूमिका अदा की। अपने जीवन का अमूल्य क्षण सीतामढ़ी में बिताया। यह हमारे लिए गौरव की बात है। अभिराम पांडेय ने कहा कि दिनकर जी ने सामाजिक विषमता के खिलाफ जिस क्रांति का सूत्रपात किया था, उसे माधव चौधरी अंजाम तक पहुंचाएंगे। कहा कि दिनकर जी की सच्ची जयंती तभी होगी जब माधव चौधरी सीतामढ़ी के सांसद बन कर दिनकर जी के सपनों को पूरा करेंगे। पंडित कुंज बिहारी मिश्र ने मैथिली गीत के जरिए तालियां बटोरी। उन्होंने कहा कि मैथिली की पहचान सीतामढ़ी व माता जानकी से मिली है। वह इस धरती पर आकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित मुकेश कुमार मिश्र के मंगलाचरण से हुआ। मुख्य अतिथि दरभंगा से आए मिथिलारत्न पंडित कुंज बिहारी मिश्र, विशिष्ट अतिथि दिल्ली से आए साहित्यकार विवेक कुमार गौतम, अधिवक्ता नरेंद्र ¨सह व माधव चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उदघाटन किया। इसके बाद आगत अतिथियों ने राष्ट्रकवि के चित्र पर माल्यार्पण किया। मंच का संचालन प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन अध्यक्ष बिट्टू विश्वास ने किया। मौके पर गोपाल झा, ¨पटू चौधरी, वीरेंद्र बैठा, अविनाश चौधरी, सुखदेव पासवान, हरजितू पासवान, चंद्रदेव मंडल, राजीव कुमार काजू, साहित्यकार डॉ. आनंद प्रकाश वर्मा, ई. सचींद्र कुमार हीरा, विवेक कुमार गौतम, बसंत आर्य, गीतेश, सत्येंद्र मिश्रा, सुरेश लाल कर्ण, जितेंद्र झा आजाद, धीरेंद्र झा, राम किशोर ¨सह चकवा, कृष्णनंदन, शफी आजिम, तौहीद अश्क, रमा शंकर मिश्र, प्रशांत बजरंगी, राम शंकर शास्त्री, उमा शंकर लोहिया, अशोक कुमार ¨सह, रवि, सत्यनारायण ¨सह, बैजूकांत झा, दिलीप कुमार शाही, नेहा कुमारी, प्रतिमा, डॉ. एनएन मिश्रा व नंद झा समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। इनबॉक्स
सम्मानित किए गए 170 लोग
सीतामढ़ी : जिला मुख्यालय डुमरा के नेहरू भवन में आयोजित दिनकर जयंती समारोह के दौरान साहित्यकार, गीतकार, शिक्षाविद, पत्रकार, चिकित्सक और सामाजिक कार्यकर्ता समेत 170 से अधिक लोग सम्मानित किए गए। संस्थापक अमित कुमार उर्फ माधव चौधरी समेत अतिथियों ने शॉल व मोमेंटों प्रदान कर व माला पहनाकर सम्मानित किया।