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¨सचाई की सुविधा से वंचित पंडौल बुजुर्ग गांव के किसान

नानपुर प्रखंड के दक्षिणी छोर पर अवस्थित पंडौल बु•ाुर्ग में बिजली, सड़क, स्वास्थ्य सुविधा तो उपलब्ध हैं, लेकिन उच्च विद्यालय नहीं होने के कारण बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाना पड़ता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 12:51 AM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 12:51 AM (IST)
¨सचाई की सुविधा से वंचित पंडौल बुजुर्ग गांव के किसान
¨सचाई की सुविधा से वंचित पंडौल बुजुर्ग गांव के किसान

सीतामढ़ी। नानपुर प्रखंड के दक्षिणी छोर पर अवस्थित पंडौल बु•ाुर्ग में बिजली, सड़क, स्वास्थ्य सुविधा तो उपलब्ध हैं, लेकिन उच्च विद्यालय नहीं होने के कारण बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाना पड़ता है। ¨सचाई के लिए सरकारी स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं है। दैनिक जागरण के गांव की पाती अभियान के तहत रविवार को चौपाल का आयोजन किया गया। इसमें शामिल ग्रामीणों ने गांव की समस्याओं की खुलकर चर्चा की।

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ग्रामीण संजय राय ने कहा कि सात वर्ष पूर्व इस गांव में सड़क की हालत बदतर थी। लेकिन, पंचायत के मुखिया ज्याउल्लाह परवेज के अथक प्रयास से मुख्य सड़क सहित अन्य सड़क बनकर तैयार है। अब लोगों को आवागमन में सहुलियत हो रही है। हालांकि, नौआडीह से मेदनीपुर और योगिया से पंडौल बुजुर्ग तक की सड़क अभी जर्जर है।

उपप्रमुख जाकिर हुसैन ने बताया कि इस पंचायत में सड़क बिजली अस्पताल सहित अन्य सुविधाओं का घोर अभाव था। हमलोग के प्रयास से समस्या दूर हुई है। लेकिन, गांव में उच्च विद्यालय नहीं होने के कारण बच्चों को हाई स्कूल की पढ़ाई के लिए अन्यत्र जाना पड़ता है। मनोज राम ने कहा कि इस गांव में वर्षो पूर्व अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की गई थी जो किराये के मकान में चल रहा था। मुखिया द्वारा जमीन दान में दिलाने के बाद भवन का निर्माण हुआ है और अस्पताल चालू हो गया है। लोगों को अब इसका लाभ मिल रहा है। शरीफुर रहमान ने कहा कि इस पंचायत में 700 लोगों को वृद्धावस्था पेंशन योजना स्वीकृत है, पहले लोगों को इसका लाभ मिलता था। लेकिन, जब से बैंक के माध्यम से मिलने लगा है तो तकनीकी खामी के कारण करीब 200 लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। इसके लिए लोग प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। आलमगीर ने कहा कि दो वर्ष पूर्व इस गांव को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया, अधिकांश लोगों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया गया। अभी भी करीब सौ लोग इससे वंचित हैं। सुजीत कुमार ने कहा कि गांव में एक भी सरकारी नलकूप नहीं होने से किसानों को ¨सचाई के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ती है। गांव में पंचायत भवन है। पंचायत कार्यालय नियमित रूप से खुलता है और लोगों के कार्यों का निष्पादन किया जाता है।

इंटरनेट की सुविधा के लिए वाई फाई लगाया गया, लेकिन अब तक चालू नहीं हो सका है। अरसे आलम ने कहा कि इस पंचायत में शिक्षा की स्थिति बदतर है। विद्यालय में शिक्षक व भवन तो उपलब्ध है, शिक्षकों का कार्य मध्याह्न भोजन तक सिमट कर रह गया है। फूलबाबू ने कहा कि कन्या विवाह योजना का लाभ करीब 3 वर्षों से नहीं मिल रहा है। लोग तीन वर्ष से प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाते हुए थक गए हैं। किशोरी शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला गैस कनेक्शन योजना का लाभ भी इस पंचायत के अधिकांश लोगों को मिला है। वैसे लोग इस योजना से वंचित हो रहे हैं, जिनका नाम, राशन कार्ड में गड़बड़ी या बीपीएल में नहीं होना बताया जाता है। चौपाल में आलमगीर जसीम अंसारी, मुकेश दास संजय राय, सलाउद्दीन, अरसे आलम, मुबारक, शरीफुर रहमान, सुजीत कुमार फूलबाबू, चांद, किशोरी शर्मा, सुशील पंडित सहित कई ग्रामीण शामिल थे। बयान :::

पंचायत के विकास के लिए संकल्पित हूं। मेरे प्रयास से इस पंचायत में सड़क, बिजली, अस्पताल भवन, मनरेगा भवन, पंचायत का सौंदर्यीकरण सहित अन्य विकास कार्य कराए गए हैं। इसके तहत पंडौल बुजुर्ग गांव में भी लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। शेष समस्याओं के निदान के लिए प्रयासरत हूं। प्रखंड में इस पंचायत को नंबर वन पंचायत बनाने के लिए संकल्पित हूं।

--- ज्याउल्लाह परवेज उर्फ चुन्नु बाबू

मुखिया।


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