जानकी नवमी : लॉकडाउन में घर-घर में जलेंगे दीए, सादगी से मनेगा माता सीता का जन्मोत्सव
आज जानकी नवमी है और सीतामढ़ी में जहां सीता माता का जन्म हुआ था वहां के पुनौराधाम में भी कोरोना के लॉकडाउन की वजह से बिल्कुल सादे तरीके से जन्मोत्सव मनाया जाएगा। घर-घर दीए जलेंगे।
मुकेश कुमार अमन, सीतामढ़ी। सीतामढ़ी धाम में जगत जननी जानकी का जन्मोत्सव घर-घर मनाया जा रहा है। क्योंकि आज जानकी नवमी है। आज ही जनक दुलारी जानकी सीतामढ़ी धाम में प्रकट हुईं थी। लेकिन इस बार कोरोना इफेक्ट के कारण सीता माता का जन्मोत्सव बिल्कुल सादगी से श्रद्धालु घर पर ही मना रहे हैं। इस बार पूरी सादगी एवं विधि-विधान के साथ सीतमाढ़ी के घर-घर में मां जानकी का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है।
सीतामढ़ी व जनकपुरधाम समेत पूरे मिथिलांचल के साथ ही आज देशभर में जानकी नवमी जन्मोत्सव पर बधाई व सोहर गीत गूंज रहे हैं। पुनौराधाम के महंत कौशल किशोर दास व जानकी स्थान के पुजारी त्रिभुवन दास ने बताया कि घरों पर ही घंटी, शंख एवं थाली बजाकर जन्मोत्सव मनाने की अपील श्रद्धालु-भक्तों से की गई थी। लॉकडाउन में लोगों से अपील की गई थी कि वे अपने-अपने घरों पर झांकी सजाएं, मंगलाचरण करें और महिलाएं सोहर व बधाई गीत गाएं।
इस प्रकार जानकी जी की महिमा का गुणगान करें। सीतामढ़ी के सांसद सुनील कुमार पिंटू भी थाली बजाकर जानकी नवमी मनाते नजर आए। उधर, भजन सम्राट अनूप जलोटा ने जानकी नवमी पर सीतामढ़ी धाम का स्मरण किया और जगत जननी जानकी से कोरोना महामारी से बचाने की गुहार लगाई। सीतामढ़ी की एक बिटिया पेंटिंग आर्टिस्ट नेहा रानी जानकी नवमी पर माता जानकी की झांकी बनाई और पूरे परिवार के साथ उनका स्तुतिगान किया।
मंत्रोच्चार के साथ बधाई गीत व सोहर
पुनौराधाम के महंत राज किशोर दास ने बताया कि हर साल इस अवसर पर माता जानकी की जन्मस्थली सीतामढ़ी के पुनौराधाम से लेकर जानकी स्थान, पंथपाकड़ और भगवान श्रीराम की ससुराल पड़ोसी देश नेपाल के जनकपुर तक भव्य समारोह होता रहा है। पुनौराधाम व जानकी स्थान की भव्य सजावट की जाती थी। इसमें अयोध्या सहित नेपाल के जनकपुरधाम व मिथिलांचल के विभिन्न जगहों से साधु-संत शामिल होते थे। लेकिन, इस बार जन्मोत्सव पर कोरोना का प्रभाव रहा। लॉकडाउन के चलते जानकी स्थान और पुनौराधाम के पट बंद हैं।
घर पर सजी झांकी, खुश हुईं मां जानकी
जानकी स्थान के महंत विनोद दास व पुजारी त्रिलोकी दास ने कहा कि जानकी जी की पूजा-अर्चना पूरे विधि-विधान के साथ हो रही हे। मगर, सब कुछ मंदिर के अंदर ही हो रहा, बाहर कोई तड़क-भड़क नहीं किया जा रहा। पुनौराधाम के महंत कौशल किशोर दास ने बताया कि जनकपुर, अयोध्या व सीतामढ़ी में एक मई को ही जानकी नवमी मनाया जा रहा है। सभी श्रद्धालुओं से इस बार अपील की गई थी कि वे अपने घरों में कम से कम 5 दीपक अवश्य जलाएं और मां जानकी का जन्मोत्सव मनाएं।
उन्होंने कहा कि फेसबुक, ट्वीटर, वाट्सएप आदि के माध्यम से यह बात और लोगों तक पहुचाएं। जिससे यह जानकी नवमी कोरोना महामारी के बावजूद भव्यता से लोग मना सकें। अयोध्या और जनकपुरधाम के साधु-संतों ने भी इस आह्वान को स्वीकार किया है।
जानकी जन्मोत्सव आयोजन समिति के सदस्य विशाल कुमार ने कहा कि जानकी नवमी पर मां जानकी के जन्म से जुड़ी झांकी गाजे-बाजे के साथ निकलती थी। साथ साधु-संतों की टोली चलती थी, जगह-जगह श्रद्धालुओं की ओर से स्वागत कर आरती उतारी जाती थी। नगर भ्रमण कर दोपहर 12 बजे झांकी वापस मंदिर परिसर में पहुंचती थी।
यहां मंदिर की घंटियां बजाने के साथ सोहर और बधाई गीत गाए जाते थे। मगर, इस बार ऐसा कुछ नहीं हो रहा। घरों पर ही घंटी, शंख एवं थाली बजाकर जन्मोत्सव मनाने की श्रद्धालुओं से अपील की गई थी। जानकी सेना के मुख्य संरक्षक मृत्युंजय कुमार झा ने बताया कि इस बार शोभा यात्रा भी नहीं निकाली जा रही। 2010 से मां जानकी नवमी के अवसर पर रथ यात्रा निकाली जाती रही है।
वहीं इस अवसर पर सीतामढ़ी की जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी ने लोगों को जानकी नवमी की बधाई देते हुए कहा है कि सीता माता की धरती से माता सीता के प्राकट्य दिवस जानकी नवमी की समस्त जिलावासियों को हार्दिक बधाई एवम शुभकामनाये।इस कोरोना महामारी के संकटकाल में माता जानकी की कृपा एवम समस्त जिलावासियों के दृढ़ संकल्प एवम सहयोग से हम कोरोना को परास्त करने में निश्चित रूप से सफल होगें। सजग रहे,सतर्क रहें एवम सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते रहे।-अभिलाषा कुमारी शर्मा, डीएम, सीतामढ़ी