बाल पहलवानों में दंगल में दिखाया दम
राजबाग युवा संस्थान के तत्वावधान में रविवार को पुपरी के राजबाग खेल मैदान मे बाल दंगल का आयोजन किया गया।
सीतामढ़ी। राजबाग युवा संस्थान के तत्वावधान में रविवार को पुपरी के राजबाग खेल मैदान मे बाल दंगल का आयोजन किया गया। जिसमे चार दर्जन से अधिक बाल पहलवान शामिल हुए। दंगल का शुभारंभ जिला कुश्ती संघ के सचिव सतीश यादव ने बाल पहलवानों से परिचय प्राप्त कर किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि खेलकूद से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है, जिससे शरीर में सदैव चुस्ती-फुर्ती बनी रहती है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए शिक्षा एवं खेलकूद जीवन के दो धुरी हैं। जिसके बिना सफलतापूर्वक लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो सकती है। इस क्रम समस्त बच्चों को प्लास्टिक फ्री स्वच्छ एवं स्वस्थ सीतामढ़ी के लिए शपथ दिलाई गई। बच्चों से जिले को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त कराने एवं पूर्णरूपेण स्वच्छ जिला बनाने के लिए अपने माता-पिता, सगे-सबंधी, मित्र व पड़ोसियों को प्रेरित करते हुए उन्हें जागरूक करने की अपील की गई। बाद में दंगल अंतर्गत 35 किग्रा वजन वर्ग मे नाजिम ने गोल्ड, मनीष ने सिल्वर व ¨प्रस ने ब्रॉन्•ा, इसके अलावा 40 किग्रा वजन वर्ग में विमलेश ने गोल्ड, रितिक ने सिल्वर व दिव्यांशु ने ब्रॉन्•ा मेडल, 45 किग्रा वजन वर्ग में प्रीतम ने गोल्ड, सोनू ने सिल्वर व प्रवीण ने ब्रॉन्•ा तथा 55 किग्रा वजन वर्ग में शिबली नोमानी ने गोल्ड, रंजन ने सिल्वर एवं सोहित ने ब्रॉन्•ा मेडल पर अपना कब्जा जमाया। दंगल के सफलतापूर्वक आयोजन तथा निर्णायक के रूप मे मो आ़फताब एवं सोनू कुमार की अहम भूमिका रही। जिन्हें विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में समस्त विजेता बाल पहलवानों के बीच मे रेडक्रॉस उप जिला शाखा द्वारा उपलब्ध कराए गए मेडल एवं प्रमाण-पत्रों का वितरण किया गया। सर्वश्रेष्ठ नवोदित बाल पहलवान के रूप में मनीष कुमार को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन संस्थान के संयोजक सह रेडक्रॉस के सचिव अतुल कुमार ने किया। मौके पर यासिर इलाही, ¨रटू कुमार, गुल•ार मंसूरी, ईश्वर कुमार, मोनू, अवनीश समेत दर्जनों खिलाड़ी एवं खेलप्रेमी मौजूद थे।
-----------
संपादित : विजय
::::
क्त्रद्गश्चश्रह्मह्लद्गह्म ष्ठद्गह्लड्डद्बद्यह्य :
ङ्कद्बद्भड्ड4 यह्वद्वड्डह्म
8
\द्गद्वड्डद्बद्यद्बस्त्र6
8
त्नक्कह्वढ्डद्यद्बष्ड्डह्लद्बश्रठ्ठ6
9999