ओमान में भी श्रद्धा-भक्ति से हुआ छठ महापर्व
देश में रहे या विदेश में परंपरा और संस्कृति का वाहक पर्व-त्योहार लोग उसी सिद्दत से मनाते हैं।
सीतामढ़ी। देश में रहे या विदेश में परंपरा और संस्कृति का वाहक पर्व-त्योहार लोग उसी सिद्दत से मनाते हैं। जब बात लोक आस्था का महापर्व छठ हो तो फिर क्या कहना। विदेशों में रहने वाले बिहारी परिवार प्रत्यक्ष देवता सूर्य को पूरे विधि-विधान के साथ अर्घ्य देकर अपनी श्रद्धा निवेदित करते हैं। ओमान के विभिन्न शहरों में भी बिहारी महिलाएं छठ पूजा सामग्री की व्यवस्था कर अर्घ्य देती है। इस क्रम में ओमान के सोहार शहर में समुंदर के किनारे भी वहां रह रहे बिहारी महिलाएं सूर्य को अर्घ्य देती है। जिले के परिहार प्रखंड के सुतिहारा निवासी ई राम कुमार शर्मा वर्षो से ओमान के सोहार में रहते है। बताया कि वहां प्रति वर्ष उनकी पत्नी एवं कई अन्य महिलाएं विधि विधान के साथ छठ की पूजा करती हैं तथा समंदर के किनारे जाकर अस्ताचलगामी एवं उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देती है।
शर्मा ने बताया कि पूजा की सामग्री की परेशानी रहती है। कुछ सामान वहां मिल जाता है। एक काफी पुराना शिव मंदिर भी वहां शहर में है। वहां से भी कुछ पूजन सामग्री मिल जाता है। शेष सामान बिहार के लोग पटना से ही मंगवाते हैं। जो बिहारी आने वाले होते हैं उनसे लोग सामग्री मंगवाते हैं। समंदर के घाट पर इंडियन स्कूल सोहार की ¨हदी शिक्षिका सुनिता झा, अर्चना कुमारी व कल्पना झा शामिल होती हैं। उनके साथ वहीं रहने वाले मणिशेखर झा व राजू झा के अलावा बिहार के कई परिवार की महिला-पुरुष व बच्चे हर्षोल्लास के साथ शामिल होते हैं।