मनाएं इको फ्रेंडली दीपावली
सीतामढ़ी। दीपावली के उत्साह को प्रदूषण मुक्त बनाकर रखना वर्तमान समय की जरूरत हो गई है। इस दिन उत्साह में हम पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति ध्यान नहीं देते। पटाखे फोड़कर हम पर्यावरण में हजारों टन जहरीली गैस डाल देते हैं।
सीतामढ़ी। दीपावली के उत्साह को प्रदूषण मुक्त बनाकर रखना वर्तमान समय की जरूरत हो गई है। इस दिन उत्साह में हम पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति ध्यान नहीं देते। पटाखे फोड़कर हम पर्यावरण में हजारों टन जहरीली गैस डाल देते हैं। वहीं केरोसिन का दीया जला कर भी पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं। इस कारण हमारा वातावरण प्रदूषित होता है। इस प्रदूषण का हमारे स्वास्थ्य प्रभावित होता है। दैनिक जागरण द्वारा दीपावली को प्रदूषणमुक्त बना कर मनाने की पहल की जा रही है। इस कड़ी में चिकित्सक डॉ. कुणाल शंकर और व्यवसायी सह चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष कैलाश हिसारिया ने लोगों से इको फ्रेंडली दीपावली मनाने की अपील की है। डॉ. कुणाल शंकर, चिकित्सक : प्रदूषण मुक्त वातावरण में ही स्वस्थ शरीर की परिकल्पना की जा सकती है। दीपावली के अवसर पर हम उत्साह में केरोसिन का दीया जलाकर और पटाखे फोड़कर वातावरण को प्रदूषित करते हैं। हमें दीपावली में घी और सरसों के दीये जलाकर अपना उत्साह प्रदर्शित करना चाहिए। इससे पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है। इस अवसर पर हमें दीया के साथ ही हमें बिजली बत्ती जलाकर इलाकों को रौशन कर उत्साह प्रदर्शित करना चाहिए। कैलाश हिसारिया, अध्यक्ष, चैम्बर ऑफ कॉमर्स : दीपावली को प्रदूषण मुक्त रखना हमारा कर्तव्य है। मैं अपने विद्यालय में छात्र-छात्राओं को इस संबंध में सचेत करता रहा हूं। मैं स्वयं के साथ ही लोगों को भी पर्यावरण के प्रति अपना फर्ज अदा करने के लिए आग्रह करता हूं। दीपावली के दिन हम पर्यावरण के प्रति सदैव ही उदासीन हो जाते हैं। इस दिन हमें पर्यावरण को हानि पहुंचाने से परहेज करना चाहिए। दीपावली के अवसर पर हम संकल्प लेते हैं कि अपना उत्साह प्रदूषणरहित दीया, बिजली के बल्ब और झालर से प्रदर्शित करेंगे।