सेविका-सहायिका बहाली में हुई गड़बड़ी तो सीडीपीओ व पर्यवेक्षिका होंगी पदच्युत
डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका की बहाली में कहीं भी गड़बड़ी हुई तो इसके लिए संबंधित सीडीपीओ और पर्यवेक्षिका को जिम्मेदार माना जाएगा।
सीतामढ़ी। डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका की बहाली में कहीं भी गड़बड़ी हुई तो इसके लिए संबंधित सीडीपीओ और पर्यवेक्षिका को जिम्मेदार माना जाएगा। साथ ही दोनों को पदच्यूत कर दिया जाएगा। डीएम ने कहा है कि वे खुद प्रमाण पत्रों की जांच कराएंगे। इस दौरान अगर पाया गया कि नियोजन में मापदंड व सरकारी प्रावधानों का पालन नहीं किया गया है या फिर फर्जी प्रमाण पत्र पर नियोजन किया गया है तो संबंधित आवेदिका की नौकरी जाएगी ही, उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए जेल भेजा जाएगा। जबकि, नियोजन के लिए सीडीपीओ और पर्यवेक्षिका को दोषी पाते हुए दोनों को पदच्यूत किया जाएगा। शनिवार को अपने कार्यालय कक्ष में मीडिया से बातचीत में डीएम ने माना कि नियोजन में गड़बड़ी की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। कहा कि जिला प्रशासन की नजर इस पर है। नियोजन में पूरी तरह पारदर्शिता बरतने का निर्देश दिया गया है। बावजूद इसके अगर गड़बड़ी होती है तो कोई नहीं बच पाएगा। वजह नियोजन के बाद भी आवेदिका को जांच की प्रक्रिया से गुजरना होगा।
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इनबॉक्स ::
अनाज के कालाबाजारियों की खैर नहीं डीएम
सीतामढ़ी : डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह ने कहा कि गरीबों के हक का निवाला डकारने वालों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। अभियान चलाकर गोदामों की जांच की जाएगी। बताया कि जिले में व्यापक पैमाने पर सरकारी अनाज की कालाबाजारी की जा रही है। बाजार स्थित एसएफसी गोदाम में क्षमता से अधिक अनाज का मिलना और दस ट्रकों का तीन दिनों से गोदाम के बाहर खड़ा रहना सवालों को जन्म देता है। कहा कि निश्चित रूप से बाजार समिति गोदाम में अनियमितता बरती जा रही थी। मामले की जांच के आदेश के साथ गोदाम को डुमरा स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया है। डीएम ने कहा कि दोषी एजीएम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा अन्य गोदामों की भी जांच की जाएगी।
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टूटी सड़कों की होगी मरम्मत, डीपीआर बनाने का आदेश
सीतामढ़ी : डीएम ने बताया कि जिले की सभी टूटी सड़कों की मरम्मत होगी। आरसीडी को डीपीआर बनाने का निर्देश दिया गया है। फंड की कोई कमी है। डीपीआर बना कर शीघ्र काम शुरू करें। जहां संभव है वहां टूटी सड़क को मोटरेबल बना दें। ताकि आम जनता को परेशानी नहीं हो। उन्होंने डुमरा को भूपभैरो एसएच से जोड़ने वाली भीसा बाइपास सड़क की भी शीघ्र मरम्मत कराने की बात कही। इसके अलावा डीएम ने आम जनता से अपील की कि वे अपने घर को सड़क से उंचा नहीं बनाए। इससे सड़क पर पानी लग जाता है और जलजमाव के चलते सड़क ध्वस्त हो जाती है। जबकि, सड़क निर्माण का काम करने वाली एजेंसी को नियम के अनुसार पांच साल तक ही मेंटेनेंस करना होता है।