विद्यालय परिसर में रख दी निर्माण सामग्री, पढ़ाई हो रही बाधित
सीतामढ़ी। बथनाहा, प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय सहियारा के प्रांगण को सड़क निर्माण कंपनी के संवेदक द्वारा निर्माण सामग्री रख देने से स्कूली बच्चे के स्वास्थ के साथ ही महीनों से मध्याह्न भोजन बंद है।
सीतामढ़ी। बथनाहा, प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय सहियारा के प्रांगण को सड़क निर्माण कंपनी के संवेदक द्वारा निर्माण सामग्री रख देने से स्कूली बच्चे के स्वास्थ के साथ ही महीनों से मध्याह्न भोजन बंद है। वहीं पढ़ाई भी बाधित हो रही है। इससे अभिभावकों में आक्रोश है। वहीं, बच्चों की उपस्थिति नगण्य हो गई है। इस सबंध में आठ माह पहले भी ग्रामीण समाजसेवी मंगल चौधरी के नेतृत्व दर्जनों बच्चों के अभिभावकों द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को संयुक्त हस्ताक्षरित आवेदन देकर स्कूल के प्रांगण से अविलंब निर्माण सामग्री हटाने की मांग की गई थी। बावजूद स्थिति जस की तस है। आठ माह बाद भी विभागीय स्तर पर किसी तरह की कार्रवाई नही होना विभागीय अधिकारियों की उदासीनता को उजागर करता है।
बताते चले कि सहियारा बाजार चौक से कटही टोल जाने वाली सड़क खंड को प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत निर्माण कराए जाने को लेकर संवेदक द्वारा पूरे स्कूल प्रांगण में ईंट,पत्थर व बालू रखा गया है। जहां ट्रक के आवागमन एवं मटेरिएल अनलोड करने के दौरान हवा की झोंको से धूल कण के उड़ने से जहां बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है वही स्वास्थ खराब होने से इंकार नही किया जा सकता है। गंदगी के कारण मध्याह्न भोजन बनाने का काम भी ठप है। इस संबंध विद्यालय के प्रधानाध्यापक जितेंदर कुमार ने बताया कि विरोध करने के बावजूद संवेदक द्वारा दबंगई दिखाते हुए जबरन विद्यालय परिसर में मटेरियल रखा दिया गया। वही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अरुणा ठाकुर ने बताया कि विद्यालय परिसर में ऐसे समान रखना अवैध है जिसे बच्चों के स्वास्थ के साथ पढ़ाई बाधित होता हो ।आवेदन के आधार पर जांच पड़ताल कराकर संवेदक के विरुद्ध कार्रवाई कराई जाएगी।
उधर, इस संबंध में बालसरंक्षण जिला इकाई पदाधिकारी रुचि कुमारी ने कहा कि ऐसे मामले में जे-जे एक्ट के तहत कार्रवाई का प्रावधान है। जिला शिक्षापदाधिकारी व डीएम से बात कर संवेदक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। वहीं, चाइल्ड लाइन के जिला कोडिनेटर मनीष कुमार ने बताया कि यह गंभीर मामला है। निश्चित रूप से संवेदक के विरुद्ध कार्रवाई होगी।