बिहार के बच्चों को सरकारी विद्यालयों में नहीं मिल रही शिक्षा: सांसद
सीतामढ़ी । स्थानीय सांसद रामकुमार शर्मा ने कहा कि स्थानीय सांसद रामकुमार शर्मा ने कहा कि बिहार के बच्चों को सरकारी विद्यालयों में शिक्षा नहीं मिल रही है।
सीतामढ़ी । स्थानीय सांसद रामकुमार शर्मा ने कहा कि बिहार के बच्चों को सरकारी विद्यालयों में शिक्षा नहीं मिल रही है। रोजगार के लिए युवा अन्य प्रदेशों में पलायन कर रहे हैं। अगर सरकारी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था सुदृढ़ रहती तो बच्चे प्रतिभावान होते। शिक्षा में सुधार किए बिना राष्ट्र समृद्ध नहीं हो सकता है। वे मंगलवार को स्टेशन परिसर में राज्यव्यापी रालोसपा के शिक्षा सुधार जन-जन के अधिकार कार्यक्रम के तहत आयोजित हस्ताक्षर अभियान शिविर को संबोधित कर रहे थे। कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा की ओर से बिहार में शिक्षा की बदहाली दूर करने के लिए लगातार विभिन्न चरणों में कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी क्रम में 28 नवंबर से शिक्षा सुधार, जन-जन के अधिकार, कार्यक्रम चलाया जा रहा है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों को सब्जबाग दिखाकर ठगने का काम कर रहे हैं। आज बिहार में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दवा नहीं मिल रही है। शराबबंदी के बावजूद सरकार के थाने में थानेदार शराब का धंधा कर रहे हैं। आम आवाम राम भरोसे है। उन्होंने युवाओं से बिहार में शिक्षा की बदहाली को दूर करने के लिए हस्ताक्षर अभियान को समर्थन देने की अपील की। प्रदेश महासचिव मोहन कुमार ¨सह ने कहा कि मुख्यमंत्री व उनके प्रवक्ता अपनी पीठ स्वयं थपथपा रहे हैं। जबकि बिहार के किसान, मजदूर, पिछड़ा अति पिछड़ा व गरीबों के बच्चों के भविष्य बदहाल शिक्षा व्यवस्था के कारण चौपट हो रहा है। इसके पीछे सरकारी की सोची समझी साजिश है। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर अध्यक्ष संजीव प्रसाद ने की। शिविर को महिला सेल प्रदेश अध्यक्ष रेखा गुप्ता, प्रदेश महासचिव आरिफ हुसैन, जिलाध्यक्ष रामलक्षण ¨सह कुशवाहा, जिला उपाध्यक्ष राजकिशोर ¨सह उर्फ दारा, युवा जिलाध्यक्ष अमित सहाय, मोहन साह, संजीर आलम मंसूरी, पुण्यदेव कुशवाहा, नागेंद्र प्रसाद कुशवाहा, उमेश कुशवाहा, उदय कुमार वर्मा, श्रीकिशोर ¨सह, फिरोज अंसारी, हजारी साह, हंसराज कुशवाहा, प्रवीण कुमार गुड्डू, रघुनाथ प्रसाद, रामप्रवेश कुमार, नवीन सहनी, संजय श्रीवास्तव, किशोर पंडित व गोपाल प्रसाद आदि ने संबोधित किया।