सोनबरसा के साथ भिट्ठामोड़ बार्डर भी खुला, बेटी-रोटी के संबंधों में फिर तेजी
सीतामढ़ी। डेढ़ वर्ष से बंद सोनबरसा बॉडर के साथ अंतरराष्ट्रीय भिट्ठामोड़ बॉर्डर भी अब खुल गया है।
सीतामढ़ी। डेढ़ वर्ष से बंद सोनबरसा बॉडर के साथ अंतरराष्ट्रीय भिट्ठामोड़ बॉर्डर भी अब खुल गया है। लंबे अर्से के बाद दोनों बॉर्डर होकर लोगों का आवागमन शुरू हो सका है। आवाजाही शुरू होने से दोनों देशों के सीमा क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है। इससे पहले मुख्य सीमा से होकर भारत-नेपाल के बीच केवल पैदल ही आवाजाही की अनुमति थी। बाइक, साइकिल सहित अन्य वाहनों के परिचालन पर रोक थी। खुलने के बाद दोनों देशों के आम नागरिकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। यही नहीं दोनों देशों के व्यसायिक वर्ग के लोगों के चेहरे पर छाई उदासी पर फिर से मुस्कान झलकने लगा है। बार्डर खुलने से लोगों ने ली राहत की सांस
भारत-नेपाल के बीच सोनबरसा व भिट्ठामोड़ बॉर्डर खुलने पर सीमा क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली। दरअसल भारत-नेपाल के बीच का बेटी-रोटी का संबंध रहा है। दोनों देशों के सीमाई इलाकों में एक-दूसरे के परिजन रहते हैं। मालूम हो कोरोना को लेकर पिछले डेढ़ वर्ष से भारत-नेपाल बॉडर बंद था। जिसके कारण व्यवासायिक वर्ग के लोगों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था। मालूम हो कि करीब एक सप्ताह पूर्व नेपाल की ओर से बॉडर खुलने का आदेश जारी किया गया था। लेकिन, भारत की ओर से आदेश नहीं था। जैसे ही बॉडर खुला दोनों देशों के आम लोगों के चेहरे खिल उठे। सोनबरसा के व्यवसायी रामेश्वर कुमार रविद्र महतो, मनोज कुमार, रतन गुप्ता, वीरेंद्र नायक, नुरुल हल समेत अन्य का कहना है कि कोरोना काल को लेकर शादी-विवाह में इसका खासा प्रभाव पड़ा था। दुर्गा पूजा, दीपावली, छठ जैसे पर्व से पूर्व बॉडर खुल जाने से अच्छा व्यवसाय फिर से होने की उम्मीद है। नेपाल के ग्राहक बड़ी संख्या में पहुंचे जो अपने रोजमर्रा के समान की खरीदारी करने में मशगूल हैं। सरपट दौड़ नहीं लगा सकेंगे, तमाम चेकिग होगी नेपाल के जलेश्वर थाना के सब इंस्पेक्टर आदित्य कुमार सिंह ने भारतीय दो पहिया वाहनों की चेकिग करते हुए बताया कि भारत से नेपाल आने वाले वाहनों में सवार व चालक कोविड की दोनों डोज लिए हों तथा उसका प्रमाण-पत्र उनके पास हो तो नेपाल में प्रवेश की अनुमति मिलेगी। थर्मल स्कैनिग व सैनिटाइजेशन भी उनका होगा। नेपाल में प्रवेश करने पर उन्हें पुन: स्वास्थ्य शिविर से जांच कराकर आगे जाने की अनुमति दी जाएगी। चार चक्का वाहन व दो पहिया वाहन के लिए भंसार से रसीद कटानी होगी। वही भारतीय क्षेत्र में नेपाल के नागरिकों की वाहन जांच कर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने दिया जा रहा है। बार्डर खुलने के बाद कस्टम, एसएसबी व सिविल पुलिस की उच्च्स्तरीय बैठक सोनबरसा। बॉर्डर खुलने के साथ ही शनिवार शाम भारत और नेपाल के पुलिस पदाधिकारियों व कस्टम के पदाधिकारियों के बीच उच्चस्तरीय बैठक हुई। सीमा खुलने के उपरांत आवाजाही हेतु दोनों देशों की तरफ से मिले दिशा-निर्देश पर काम करने पर सहमति बनी। कोरोना प्रोटोकाल का सख्ती से पालना करने की बात कही गई। दोनों तरफ से सूचनाओं के आदान-प्रदान पर भी रणनीति के तहत काम करने पर जोर दिया गया। साथ ही नेपाल और भारतीय पुलिस व प्रशासन के बीच आपसी तालमेल व समन्वय को और बेहतर करने पर भी खासा जोर रहा। बॉडर खुलने के बाद एसएसबी और नेपाल प्रशासन की यह बैठक काफी महत्वपूर्ण और सफल रही। बॉडर की सुरक्षा, अपराध पर अंकुश एव पर्व को लेकर चौकसी बरतने पर भी मंथन हुआ। शनिवार शाम पांच बजे डी समवाय सोनबरसा के कार्य क्षेत्र (हनुमान मंदिर जांच चौकी) के सीमा स्तंभ संख्या-326/32 के समीप काउंटर पार्ट (एपीएफ, भंसार) सिस्टर एजेंसी (कस्टम/सिविल पुलिस) के साथ बैठक की गई। इस बैठक में एसपी एपीएफ नेपाल गंगाराम श्रेष्ठ, राजेश डुल्ली कस्टम ऑफिसर नेपाल, उमेश कार्की (इंस्पेक्टर मलंगवा), यूके लाल, अभिनव कुमार (समवाय प्रभारी सोनबरसा), सोनबरसा थानाध्यक्ष रवींद्र कुमार, पुलिस पदाधिकारी रामप्रवेश उरांव, नवनीत प्रभाकर उप निरीक्षक (सामान्य आसूचना), संजीत सिंह उप निरीक्षक (सामान्य) उपस्थित थे।