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निर्माण शुरू होने के दस साल बाद भी नहीं बनी भाउर-पकटोला सड़क

सीतामढ़ी। बोखड़ा प्रखंड के भाउर-पकटोला पथ शिलान्यास व निर्माण कार्य शरू होने के दस वर्षो बाद

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Dec 2020 12:49 AM (IST)Updated: Thu, 24 Dec 2020 12:49 AM (IST)
निर्माण शुरू होने के दस साल बाद भी नहीं बनी भाउर-पकटोला सड़क
निर्माण शुरू होने के दस साल बाद भी नहीं बनी भाउर-पकटोला सड़क

सीतामढ़ी। बोखड़ा प्रखंड के भाउर-पकटोला पथ शिलान्यास व निर्माण कार्य शरू होने के दस वर्षो बाद भी नहीं बन पाया है। इसके कारण बरसात के समय इस सड़क से सफर करना राहगीरों एवं स्थानीय लोगों के लिए मुश्किल बना है। भाउर से पकटोला को जोड़ने वाली उक्त पथ में सतेर से पकटोला तक तकरीबन नौ किलोमीटर सड़क निर्माण किया जाना था। सड़क के निर्माण कार्य का शिलान्यास वर्ष 2009 में तत्कालीन सांसद अर्जुन राय ने किया था। तकरीबन छह करोड़ की लागत से बनने वाली नौ किलोमीटर लम्बी सड़क के निर्माण कार्य दिल्ली की अरावली कंस्ट्रक्शन के जिम्मे थी। एक वर्ष दो माह में उक्त सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण कर देना था लेकिन, सड़क निर्माण कार्य कराने वाली उक्त कंपनी द्वारा दो से तीन वर्षों में सिर्फ सतेर में जेएसबी, माहिसौथा गांव में तकरीबन एक हजार फीट में पीसीसी एवं पकटोला में कुछ ही भागों में जेएसबी का कार्य किया गया।समय पर सड़क निर्माण पूर्ण नहीं किए जाने पर बिभाग के द्वारा उक्त कंपनी को ब्लैक लिस्ट की सूची में डाल दिया गया। तब से वह सड़क आज तक नहीं बन पाया है। जबकि पकटोला एवं सतेर दुर्गा स्थान के समीप लगाए गए शिलापट्ट को भी लोगों ने तोड़ कर ईंट का नामोनिशान मिटा दिया है। बिगत दस वर्षों से उक्त पथ का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। इधर, इसी सड़क में सतेर,माहिसौथा व पकटोला में सड़क पर बड़ी बड़ी गढ्ढे बन चुके हैं। हल्की बारिश के बाद सड़क आवागवन के लायक नहीं रहती है। लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर ही उक्त सड़क से सफर करते हैं। सड़क के निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर कई ग्रामीणों ने सांसद व बिधायक से लेकर बिभागीय अधिकारियों तक गुहार लगा चुके हैं बावजूद आश्वाशन के सिवाय अब तक सड़क निर्माण की दिशा में कोई प्रगति नहीं हो सका है।

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