इलाज में आए वृद्ध् की मौत से ग्रामीणों में आक्रोश, अस्पताल प्रबधंन पर लापरवाही का आरोप
सीतामढ़ी। पीएचसी में व्याप्त कुव्यवस्था के कारण हुई एक वृद्ध की मौत का मामला हरदिया गांव में चर्चा व आक्रोश का विषय बना हुआ है। एक ओर जहां ग्रामीण अस्पताल प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है।
सीतामढ़ी। पीएचसी में व्याप्त कुव्यवस्था के कारण हुई एक वृद्ध की मौत का मामला हरदिया गांव में चर्चा व आक्रोश का विषय बना हुआ है। एक ओर जहां ग्रामीण अस्पताल प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं मृतक के स्वजनों ने इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से इसके जिम्मेवार अशिकारी व कर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मालूम हो कि हरदिया गांव निवासी देवनाथ झा (72) की तबियत शुक्रवार की देर रात अचानक खराब हो गई थी। उन्हें सांस लेने के अलावा कई तरह की गंभीर तकलीफों को देख स्वजन इमरजेंसी हालत में पीएचसी ले गए। जहां ड्यूटी पर तैनात एक चिकित्सक ने भर्ती तो कर लिया, लेकिन हालत नाजुक होने व सांस लेने में हो रही परेशानी के कारण मरीज देवनाथ को तत्क्षण ऑक्सीजन की जरूरत पर असमर्थ दिखने लगे। बताया जाता है कि चिकित्सक ने मरीज के स्वजनों के तमाम आरजू विनती के बाद भी ऑक्सीजन चढ़ाने के लिए चाबी नहीं होने की बात कह उन्हें डीएमसीएच दरभंगा के लिए रेफर कर दिया। इतना ही नहीं उन्हें इस स्थिति में भी आधी रात को एम्बुलेंस की सुविधा भी नहीं मिली। लिहाजा स्वजन उनके जान बचाने के लिए आनन फानन में निजी वाहन भाड़ा कर दरभंगा के लिए निकल पड़े। इसी क्रम में घर से महज पांच किलोमीटर दूरी पर ही पुपरी-बेनीपट्टी पथ में मकिया गांव पहुंचते ही उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद स्वजनों से लेकर ग्रामीणों में अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्था को लेकर आक्रोश बढ़ने लगा। मृतक के पुत्र संजीव कुमार झा ने जहां अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण पिता की मौत होने का आरोप लगाया है। वहीं स्वजन जयप्रकाश झा ने मुख्यमंत्री बिहार, डीएम से लेकर कई अधिकारियों को ई मेल के जरिए इसकी शिकायत की है। भेजे गए शिकायत में अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्था, लापरवाही समेत कई सारे तथ्यों से अवगत कराते हुए सारी परिस्थितियों को संज्ञान लेकर चिकित्सकीय लापरवाही की जांच कर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। हालांकि चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रामाशंकर प्रसाद ने ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत नहीं होने की बात कह आरोप को निराधार बता रहे है। साथ ही इसकी अपने स्तर से भी जांच करने की बात कही। एसडीएम नवीन कुमार ने मामला संज्ञान में आने की बात कही है। बताया कि शिकायत की जांच कराई जाएगी।