सफाई का काम एनजीओ को सौंपे जाने पर भड़के सफाईकर्मी
शेखपुरा नगर क्षेत्र में सफाई का काम एनजीओ को सौंपने के खिलाफ नगर परिषद के सफाई कर्मियों ने आंदोलन छेड़ दिया है। इस आंदोलन के तहत नगर परिषद् में पहले से काम कर रहे सफाई कर्मियों ने मंगलवार को सफाई का काम नहीं किया।
शेखपुरा । शेखपुरा नगर क्षेत्र में सफाई का काम एनजीओ को सौंपने के खिलाफ नगर परिषद के सफाई कर्मियों ने आंदोलन छेड़ दिया है। इस आंदोलन के तहत नगर परिषद् में पहले से काम कर रहे सफाई कर्मियों ने मंगलवार को सफाई का काम नहीं किया। यही नहीं आंदोलित सफाई कर्मियों ने नगर परिषद कार्यालय से लेकर सदर अस्पताल तक सड़क पर कूड़ा-कचरा बिछा दिया। मंगलवार को अचानक आंदोलन पर उतरे सफाई कर्मियों ने इस मुद्दे पर अब मियादी हड़ताल की धमकी दी है। इधर नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी दिनेश दयाल ने बताया कि आंदोलन में नगर परिषद् के सभी सफाईकर्मी शामिल नहीं हैं। बल्कि कुछ कर्मियों ने दूसरों के उकसावे तथा खुद की गलतफहमी में यह कदम उठाया है। इधर सफाई कर्मियों ने बताया कि नगर परिषद् उन्हें दैनिक मजदूरी पर रखकर पिछले एक साल से अधिक समय से रखे हुए है। इन सफाई कर्मियों को काम के अनुसार रोज की मजदूरी मिलती है। अब इधर दो दिन पहले नगर परिषद् ने सफाई का काम एनजीओ को देकर दैनिक मजदूरी पर काम करने वाले सभी सफाई कर्मियों को उसी एनजीओ को सौंप दिया है। सफाई कर्मियों ने बताया कि पहले से ही नगर परिषद् उन्हें श्रम के अनुसार मजदूरी नहीं देता था और अब उन्हें एनजीओ को सौंप दिये जाने रोजगार की गारंटी भी ़खत्म होने का खतरा खड़ा हो गया है। इसी को लेकर यह हड़ताल शुरू की गई है। सफाई कर्मियों ने बताया कि जब तक एनजीओ को हटाकर उन्हें सीधे नगर परिषद् के मातहत नहीं लिया जायेगा तो यह हड़ताल जारी रहेगी। बोले अधिकारी
नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी दिनेश दयाल ने बताया कि नगर में अब कूड़ा-कचरा से जैविक खाद बनाया जायेगा। इसके लिए ही कचरा संग्रह करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। इसी व्यवस्था के तहत एनजीओ को काम सौंपा गया है। एनजीओ के माध्यम से डोर-टू-डोर जाकर घरों से गीला और सुखा कचरा अलग-अलग संग्रह करने का काम शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि नगर परिषद् में पहले से दैनिक मजदूरी पर काम करने वाले सफाई कर्मियों को अब नगर परिषद् के बजाय एनजीओ मजदूरी का भुगतान करेगा।