फायर फाइटर कैसे बुझाएंगे आग, खुद पानी के लिए तरस रहे
देश में 14 से 20 अप्रैल तक अग्नि-शमन सप्ताह मनाया जा रहा है। इस दौरान आग तथा इसी तरह की अन्य आपदा के दौरान जान-माल की सुरक्षा के लिए अग्निशमन विभाग द्वारा किये जाने वाले कार्यों और विशेष आपरेशन से लोगों को अवगत कराया जायेगा।
शेखपुरा । देश में 14 से 20 अप्रैल तक अग्नि-शमन सप्ताह मनाया जा रहा है। इस दौरान आग तथा इसी तरह की अन्य आपदा के दौरान जान-माल की सुरक्षा के लिए अग्निशमन विभाग द्वारा किये जाने वाले कार्यों और विशेष आपरेशन से लोगों को अवगत कराया जायेगा। इसके लिए कई स्थानों पर माक ड्रील का कार्यक्रम भी किया जाना है। इसी कड़ी में आम जनों को आग और इसी तरह की आपदा के दौरान बचाव के लिए जागरूक भी किया जायेगा। लेकिन शेखपुरा के फायर ब्रिगेड स्टेशन और उसके कर्मी खुद समस्याओं में घिरे हैं। शेखपुरा फायर स्टेशन के कर्मियों की मुश्किलों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां पीने के पानी तक की सुविधा का घोर अभाव है। शेखपुरा में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां चलाने वाले ड्राईवरों को सात महीने से वेतन नहीं मिला है। वेतन एक बिना मुश्किलों का सामना कर रहे फायर स्टेशन के ड्राईवर 16 अप्रैल को सामूहिक भूख हड़ताल का एलान किया है। इस बाबत फायर स्टेशन पर तैनात कर्मी ने बताया कि समस्याओं के निदान के लिए मुख्यालय को गुहार लगा-लगा थक गये,मगर निदान की दिशा में अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
मैन पावर की भी भारी कमी---
शेखपुरा फायर स्टेशन में मैन पावर की भी भारी कमी है। इस बाबत बताया गया कि शेखपुरा फायर स्टेशन के पास तीन बड़ी गाड़ी तथा छ: छोटी गाड़ी है। इन गाड़ियों पर तय मानक के अनुरूप कर्मी की भारी कमी है। बताया गया कि प्रत्येक बड़ी गाड़ी पर ड्राईवर तथा फायर मैन सहित छ: लोगों का यूनिट निर्धारित है। इसी तरह प्रत्येक छोटी गाड़ी पर तीन कर्मी का यूनिट है। शेखपुरा फायर स्टेशन में तीन बड़ी तथा छह छोटी गाड़ी है। इस हिसाब से शेखपुरा में 36 कर्मियों की तैनाती जरुरी है। मगर अभी मौजूदा स्थिति में महज एक दर्जन कर्मियों के भरोसे समूची व्यवस्था चलाई जा रही है।
गाड़ियों की स्थिति भी ़खराब---
फायर स्टेशन शेखपुरा में तैनात गाड़ियों की स्थिति भी ठीक नहीं है। यह तो भला है कि जिला में कोई बड़ी घटना नहीं होती है,जिसमें फायर ब्रिगेड की बड़ी जरूरत पड़े। नहीं तो ऐसी स्थिति में फायर स्टेशन की मौजूदा व्यवस्था इ कड़ी परीक्षा हो जायेगी। बताया गया कि कई गाड़ियों में जरुरी काम कराने की जरूरत है,मगर राशि के अभाव में काम नहीं हो रहा है। कई गाड़ियों में फायर मैन के बैठने के लिए सीट तक नहीं है। बताया गया कि गाड़ियों में फायर मैन के बैठने के लिए दूसरी गाड़ियों की सीट उधार में लेनी पड़ती है।
कर्मियों को पानी की समस्या---
शेखपुरा फायर स्टेशन में काम कर रहे कर्मियों को पीने के पानी की भारी समस्या का सामान करना पड़ता है। इस बाबत कर्मियों ने बताया कि फायर स्टेशन का सरकारी चापाकल पिछले साल से ही ़खराब पड़ा है। इस चापाकल को ठीक कराने के लिए कई बार पीएचइडी विभाग से कहा गया,मगर उसे आज तक ठीक नहीं किया गया। इसकी वजह से दूसरी जगहों से पानी लाना पड़ता है। स्टेशन में शौचालय में भी पानी की व्यवस्था नहीं है। कर्मी दूसरे स्थानों से पानी ढोकर लाते हैं,तब शौचालय जाते हैं।
सात महीने से वेतन नहीं मिला---
शेखपुरा फायर स्टेशन में तैनात कर्मियों को पिछले सात महीनों से वेतन नहीं मिला है। इस बाबत बताया गया कि फायर स्टेशन की गाड़ियों को चलाने के लिए आउट सोर्सिंग के माध्यम से शेखपुरा में दस ड्राईवर को आउट सोर्स पर लिया गया है। बताया गया कि फायर स्टेशन के इन कर्मियों को सात महीने से वेतन नहीं मिला है। इस बाबत आउट सोर्स से आये स्टेशन के ड्राईवरों ने वेतन भुगतान नहीं होने के खिलाफ 16 अप्रैल को सामूहिक भूख हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। वेतन भुगतान नहीं होने से समस्या झेल रहे ड्राईवरों ने बताया कि 16 अप्रैल को सामूहिक भूख हडताल के बाद आगे की रणनीति तैयार की जायेगी।