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बड़ी मशक्कत के बाद शांत हुआ शेखपुरा जेल का मामला

शेखपुरा : प्रशासन की बड़ी मशक्कत के बाद बुधवार की देर शाम शेखपुरा जेल में कैदियों की भूख हड़ताल ़खत्म

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Dec 2018 06:25 PM (IST)Updated: Thu, 27 Dec 2018 06:25 PM (IST)
बड़ी मशक्कत के बाद शांत हुआ शेखपुरा जेल का मामला
बड़ी मशक्कत के बाद शांत हुआ शेखपुरा जेल का मामला

शेखपुरा : प्रशासन की बड़ी मशक्कत के बाद बुधवार की देर शाम शेखपुरा जेल में कैदियों की भूख हड़ताल ़खत्म हो गई। इसके साथ ही लगभग 24 घंटे चला यह हाई-वोल्टेज ड्रामे का भी पटाक्षेप हो गया। कैदियों के इस आंदोलन को समाप्त कराने में जेल अधीक्षक की हैसियत से एसडीएम राकेश कुमार ने अपने प्रशासनिक कौशल का परिचय दिया। एक बार तो ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी कि भूख हड़ताल में शामिल आंदोलित कैदियों ने बुधवार की शाम अपने वार्डों में जाने से इंकार कर दिया था। कैदियों के इस इंकार से जेल प्रशासन के हाथ-पांव फूलने लगे थे। बाद में एसडीएम ने काफी मान-मनौव्वल करके आंदोलित कैदियों की पहले भूख हड़ताल ़खत्म कराई तथा बाद में सभी को अपने-अपने वार्डों में जाने के लिए राजी किया। मंगलवार की रात से भूख हड़ताल पर बैठे कैदियों ने बुधवार को मुर्गा-भात खाकर अपना आंदोलन खत्म किया। भूख हड़ताल पर बैठे कैदियों को मुर्गा-भात परोसने की बात पर प्रभारी जेल अधीक्षक एसडीएम राकेश कुमार ने बताया कि बुधवार को कैदियों को मुर्गा-भात देना है। इसमें किसी किसी तरह की अनूठी बात नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकार ने कैदियों को भोजन और नाश्ते के लिए मेनू निर्धारित किया हुआ है। इसी मेनू में बुधवार को मुर्गा-भात खिलाया गया है। एसडीएम ने बताया कि बुधवार को दोपहर बाद ही कैदियों के आंदोलन का मामला सुलझा लिया गया था। यहां बताना जरुरी है कि मंगलवार को जेल में एक कैदी के पास से मोबाइल फोन मिलने पर जेलर ने कथित रूप से कई कैदियों की पिटाई कराई थी। इसी पिटाई के विरोध में कैदी सामूहिक रूप से मंगलवार की रात से ही भूख हड़ताल पर चले गये थे।

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जेल में मोबाइल पहुंचने की जांच शुरू

मोवाइल को लेकर कैदियों की पिटाई के मामले में प्रशासन ने इस मामले की जांच शूरू कर दी ही कि आखिर जेल में मोबाइल फोन गया कहां से? इस बाबत प्रभारी जेल अधीक्षक की हैसियत से एसडीएम राकेश कुमार ने बताया कि कैदी तक मोबाइल फोन कैसे और जेल के भीतर मोबाइल फोन किसने पहुंचाया, इसकी जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन मिलने के मामले में कैदी केदार चौहान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। एसडीएम ने बताया कि किसकी मदद से मोबाइल फोन कैदियों के पास पहुंचा, इसकी जांच कराकर दोषी कर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। फिलहाल कैदी से मिले मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया है।


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