सब कुछ ठीक रहा तो केजह रेलखंड पर 12 अगस्त से चलेंगी ईएमयू ट्रेनें
सवा सौ साल से अधिक पुराने केजी रूट से जुड़े चार जिलों के लाखों लोगों का वर्षों पुराना सपना अब साकार ह
सवा सौ साल से अधिक पुराने केजी रूट से जुड़े चार जिलों के लाखों लोगों का वर्षों पुराना सपना अब साकार होने वाला है। इस रूट का विद्युतीकरण हो जाने के बाद रेल विभाग अब शुरूआती दौर में पैसेंजर ट्रेनों ओ बिजली इंजन से चलाने की तैयारी कर रहा है। इस बाबत रेलवे से जुड़े सूत्रों ने बताया कि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो इसी 12 अगस्त से इस रूट पर ईएमयू ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जायेगा। इसके लिए रेलवे दिन-रात के करके अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। हालांकि इस मामले में रेलवे के किसी जिम्मेवार अधिकारी से बात नहीं हो पाई है। इस बाबत रेलवे से जुड़े सूत्रों के बताया कि 12 अगस्त से इस रूट पर गया से क्यूल के बीच ईएमयू ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जायेगा। अगर ईएमयू का परिचालन ठीक-ठाक रहा तो अगले महीने से एक्सप्रेस ट्रेनों को बिजली इंजन से चलाया जायेगा। सूत्र ने बताया कि पिछले महीने क्यूल से वारिसलीगंज तक बिजली इंजन का सफल ट्रायल होने के बाद क्यूल से गया के बीच कुछ गुड्स ट्रेनों को बिजली के इंजन से चलाया जा रहा है। बताया गया कि 12 अगस्त से बिजली से चलने वाली ईएमयू ट्रेनों के परिचालन से पहले सवा सौ किमी लंबी इस रूट पर विद्युतीकरण से जुड़े छोटे-मोटे काम को निबटाया जा रहा है। यहां बताना जरुरी है कि 25 जुलाई को रेल सुरक्षा आयुक्त ने इस रूट पर बिजली इंजन का ट्रायल किया था। यहां बताना जरुरी है कि क्यूल से गया के बीच सवा सौ किमी लंबे रेल ट्रैक का विद्युतीकरण काफी कम रिकार्ड समय में पूरा किया गया है।