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सरकारी स्कूल 06.30 से 11.30 बजे तक चलेंगे

जिला के सरकारी स्कूलों की कार्यावधि में एक घंटे की कटौती की गई है। यह कटौती भीषण गर्मी को देखते हुए की गई है। इस बाबत डीइओ नंदकिशोर राम ने आदेश जारी कर दिया है। नये आदेश तहत जिला में सभी सरकारी प्राइमरी तथा मिडिल स्कूल सुबह साढ़े छह बजे से दोपहर साढ़े ग्यारह बजे तक संचालित किया जायेगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Apr 2019 07:14 PM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2019 07:14 PM (IST)
सरकारी स्कूल 06.30 से 11.30 बजे तक चलेंगे
सरकारी स्कूल 06.30 से 11.30 बजे तक चलेंगे

शेखपुरा । जिला के सरकारी स्कूलों की कार्यावधि में एक घंटे की कटौती की गई है। यह कटौती भीषण गर्मी को देखते हुए की गई है। इस बाबत डीइओ नंदकिशोर राम ने आदेश जारी कर दिया है। नये आदेश तहत जिला में सभी सरकारी प्राइमरी तथा मिडिल स्कूल सुबह साढ़े छह बजे से दोपहर साढ़े ग्यारह बजे तक संचालित किया जायेगा। इसकी जानकारी देते हुए डीइओ ने बताया कि प्राथमिक शिक्षक संघ के लिखित अनुरोध पर यह आदेश जारी किया गया है। अभी तक स्कूलों का संचालन सुबह साढ़े छ: बजे से दोपहर साढ़े बारह बजे तक किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर बिहार राज्य प्राथमिक संघ की शेखपुरा जिला इकाई ने एक लिखित आवेदन दिया था।

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डीपीओ स्थापना के खिलाफ डीएम से शिकायत

जा सं, शेखपुरा :

शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ के खिलाफ शिक्षक संघ ने मोर्चा खोल दिया है। इस बाबत प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुधांशु कुमार सिधु तथा प्रधान सचिव राकेश के अलावे संघ के पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार तथा विपीन कुमार ने संयुक्त रूप से डीइओ से मिलकर शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ से उनकी जवाबदेही वापस लेने की मांग की है। इस बाबत संघ के अधिकारियों ने बताया कि इसकी शिकायत डीएम से मिलकर भी की जायेगी। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि स्थापना डीपीओ का काम संभाल रहे अधिकारी विधिवत एक पायदान नीचे पीओ हैं। बताया गया कि सरकारी निर्देश के तहत जिला में स्थापना विभाग का जिम्मा किसी डीपीओ स्तर के अधिकारी के पास ही होने चाहिये। संघ ने मौजूदा समय में स्थापना का काम देख रहे अधिकारी पर काम रोकने का आरोप लगाया।

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पत्रकार सुरक्षा समिति ने रोष जताया

जासं, शेखपुरा : नालंदा में पत्रकार आशुतोष आर्य के बेटे की निर्मम हत्या के मामले में दूसरे संगठनों ने भी रोष जताया है। इस बाबत अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के जिलाध्यक्ष रंजन कुमार तथा महासचिव चंदन कुमार ने इस घटना को काफी वीभत्स करार दिया है। समिति के द्वय पदाधिकारियों ने कहा है कि नालंदा की यह घटना निष्पक्ष पत्रकारिता को प्रभावित करने वाली घटना है। दोनों पदाधिकारियों ने राज्य सरकार तथा केंद्र सरकार से पत्रकारों एवं उसके परिवार वालों की सुरक्षा की गारंटी देने वाला कानून बनाने की मांग की है। साथ ही नालंदा में पत्रकार-पुत्र की हत्या की जांच एक विशेष कमिटी बनाकर कराने की मांग की है।    


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