डीपीओ की मनमानी के खिलाफ शिक्षकों ने डीइओ आवास घेरा
शेखपुरा। डीपीओ स्थापना की कथित मनमानी के खिलाफ नियोजित शिक्षकों ने शनिवार को शेखपुरा में डीइओ आवास क
शेखपुरा। डीपीओ स्थापना की कथित मनमानी के खिलाफ नियोजित शिक्षकों ने शनिवार को शेखपुरा में डीइओ आवास का ही घेराव कर दिया। इस दौरान नियोजित शिक्षकों ने डीइओ के समक्ष अपनी पीड़ा सुनाई तथा इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई। नियोजित शिक्षकों ने इस दौरान डीइओ डॉ. तकीउद्दीन अहमद से मांग की कि वे डीपीओ मानस मि¨लद से स्थापना का काम वापस लेकर किसी दूसरे डीपीओ को यह जिम्मेवारी सौंपें। नियोजित शिक्षकों ने बताया कि डीपीओ की मनमानी की वजह से जिला के सैकड़ों नियोजित शिक्षकों को अभी तक सातवें वेतनमान का लाभ नहीं मिल पाया है। संघ के नेता श्रवण कुमार ने आरोप लगाया कि डीपीओ स्थपाना मानस मि¨लद जानबूझकर शिक्षकों को प्रताड़ित करने की नीयत से सेवा पुस्तिका का सत्यापन करने से भाग रहे हैं। कुमार ने बताया कि अगर यही रवैया बरकरार रहा तो अगले सप्ताह से फिर जिला के नियोजित शिक्षक सड़क पर उतरेंगे। कुमार ने आरोप लगाया कि जो भी शिक्षक अपनी शिकायत लेकर डीपीओ के पास जाता है उसके साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है और जो अधिकारी के पास जाकर शिकायत करता है उसके खिलाफ डीपीओ बदले की भावना से कार्यवाही करते हैं। बताया गया कि डीपीओ के खिलाफ डीइओ के आवास का घेराव करने वालों में बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शास्त्री तथा स्थानीय नेता श्रवण कुमार के साथ काफी संख्या में नियोजित शिक्षक थे। श्रवण कुमार ने बताया कि सातवें वेतनमान का लाभ देने के लिए नियोजित शिक्षकों के सर्विस बुक का ही सत्यापन नहीं हो पाया है। यह काम डीपीओ स्थापना को करना है। बोले अधिकारी डीइओ डॉ. तकीउद्दीन अहमद ने बताया कि नियोजित शिक्षकों को सातवें वेतनमान का लाभ देने के मुद्दे पर कुछ शिक्षक शनिवार की सुबह उनके आवास पर आए थे। उन लोगों को कार्यालय में मिलने का आश्वासन देकर वापस भेज दिया गया है। डीइओ ने बताया कि जिला में अधिकांश नियोजित शिक्षकों को यह लाभ दिया जा चुका है । कई ब्लाक में कुछ शिक्षकों का यह काम अभी बाकी है । इस मामले में सही स्थिति के लिए जिला के सभी बीइओ को चिट्ठी लिखकर रिपोर्ट मांगा गया है। डीइओ ने बताया कि इस तरह का रिपोर्ट पहले डीपीओ से भी मांगा गया था। मगर वहां से रिपोर्ट नहीं मिली है।