उपभोक्ताओं के जी पर नहीं चढ़ रहा है प्रीपेड स्मार्ट मीटर
21 हजार लक्ष्य की अपेक्षा चार हजार भी नहीं लगा मीटर
जागरण संवाददाता, शेखपुरा:
बिजली आपूर्ति करने वाली पावर कंपनी का स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं की संतुष्ट नहीं कर पा रहा है, जिसकी वजह से लोग इस मीटर को लगाने से दूर भाग रहे हैं। पावर कंपनी इसकी खूबियों को लेकर कई तरह के प्रचार-प्रसार कर रही है, मगर उपभोक्ताओं का आरोप है यह मीटर बिजली चुराता है और मीटर तेज भागता है, जिसकी वजह से पहले के मीटर की अपेक्षा यह अधिक खर्चीला साबित हो रहा है। हालांकि उपभोक्ता पहले से लगे इलेक्ट्रिनिक मीटर से भी संतुष्ट नहीं हैं, अपने अनुभवों के आधार पर कई उपभोक्ताओं ने बताया पहले से लगा हुआ इलेक्ट्रोनिक मीटर भी बिजली चुराता है, जिससे उपभोक्ताओं की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। शहर में ऐसे कई बिजली घरेलू उपभोक्ता मिले, जिन्होंने बताया कि पहले जिस मीटर से महीने का बिल चार से साढ़े चार सौ रुपये महीने का आता था, मगर स्मार्ट मीटर लगाने पर यह डेढ़ से दो-गुना बढ़ गया है। इधर, कार्यपालक अभियंता प्रभात आनंद ने ऐसी बातों को कोरा अफवाह बताते हुए कहा स्मार्ट मीटर खूबियों वाला है। इसमें बिजली की खपत उपभोक्ता स्वयं नियंत्रित कर सकते हैं। स्मार्ट मीटर को स्मार्ट मोबाइल फोन से लिंक करके आप रोज क्या घंटे-घंटे का बैलेंस भी देख सकते हैं और उसी के अनुरूप अपने प्रतिष्ठानों के बिजली खर्च को स्वयं से नियंत्रित कर सकते हैं।
रिचार्ज पर तीन प्रतिशत की छूट
प्रीपेड स्मार्ट मीटर को मोबाइल फोन की तरह पहले से रिचार्ज करना पड़ता है। रिचार्ज होने पर ही उपभोक्ता को बिजली की सप्लाई मिलती है। रिचार्ज समाप्त होने से पहले उपभोक्ता को संदेश मिलता है और दोबारे रिचार्ज करके बिजली का उपयोग करते हैं। स्मार्ट मीटर के रिचार्ज पर पावर कंपनी उपभोक्ता को तीन प्रतिशत की छूट भी देती है। रात में रिचार्ज समाप्त होने पर कंपनी रात में बिजली कट नहीं करती है ,बल्कि अगले दिन रिचार्ज का मौका देती है।
20 प्रतिशत लगा स्मार्ट मीटर
पावर कंपनी ने शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर लगाने की योजना बनाई है। इसमें जिला के दोनों पुराने शहरी क्षेत्र शेखपुरा तथा बरबीघा में 21 हजार उपभोक्ताओं को यह मीटर लगाया जाना है, मगर अभी तक मात्र 3850 मीटर लगाए जा सके हैं। शेखपुरा में 13 हजार उपभोक्ता में मात्र 3500 और बरबीघा में 8 हजार में मात्र 350 मीटर लग पाया है। मीटर लगाने का काम तीन महीने से चल रहा है। कार्यपालक अभियंता ने स्मार्ट बताया प्रीपेड स्मार्ट मीटर नहीं लगाने वाले उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति बाधित की जा सकती है। वहीं बरबीघा में मीटर लगाने वाले मिस्त्री स्थानीय होने की वजह से घरों में अचानक प्रवेश किया जाता है। इस वजह से झगड़े हो रहे है।