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तालाबों की खुदाई का हुआ सकारात्मक असर, जिले का जलस्तर आया 20 फीट ऊपर

शेखपुरा। शेखपुरा जिले के ग्राउंड वाटर लेवल में कोविड-19 के काल में आमूल-चुल सुधार आया है। जहां एक साल पूर्व पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ था और ज्यादातर चापाकल और बोरिग असफल हो गए थे वहीं अब जलस्तर काफी ऊपर आ गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 08:20 PM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2021 08:20 PM (IST)
तालाबों की खुदाई का हुआ सकारात्मक असर, जिले का जलस्तर आया 20 फीट ऊपर
तालाबों की खुदाई का हुआ सकारात्मक असर, जिले का जलस्तर आया 20 फीट ऊपर

शेखपुरा। शेखपुरा जिले के ग्राउंड वाटर लेवल में कोविड-19 के काल में आमूल-चुल सुधार आया है। जहां एक साल पूर्व पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ था और ज्यादातर चापाकल और बोरिग असफल हो गए थे वहीं अब जलस्तर काफी ऊपर आ गया है। इसमें 20 से 25 फीट तक जलस्तर ऊपर आने की बात कही जा रही है। यह जल संरक्षण को लेकर हुए कामों और कोराना काल में पर्यावरण के सुधार का परिणाम माना जा रहा।

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ज्यादातर चापाकल और समरसेबल हो गए थे असफल

जिले में एक साल पूर्व ज्यादातर चापाकल और समरसेबल बोरिग असफल हो गए थे। जलस्तर काफी नीचे चला गया था। 25 फीट से लेकर 30 फीट तक जलस्तर नीचे जाने की वजह से यह समस्या हुई थी। जिसको लेकर हाहाकार मच गया था। लगातार पानी को लेकर लोगों का उग्र प्रदर्शन सामने आया था। जिला प्रशासन के द्वारा टैंकर के माध्यम से तीन दर्जन गांवों में पानी की आपूर्ति की गई थी। शेखपुरा नगर में अकेले डेढ़ दर्जन वार्डों में यह समस्या हुई थी और जिला प्रशासन को नाकों चने चबाना पड़ा था।

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जलस्तर में हुआ है काफी सुधार

बेहतरीन बारिश और तालाब खुदाई से हुए जल संरक्षण की वजह से जल स्तर में काफी सुधार हुआ है। इसको लेकर जानकारी देते हुए चापाकल गाड़ने वाले संवेदक मुकेश कुमार कहते हैं कि 20 फीट से लेकर 30 फीट तक जल स्तर में सुधार हुआ है। जल स्तर नीचे चले जाने से चापाकल लगाने का काम एक साल पहले काफी परेशानी का हो गया था। इस साल उसमें काफी सहूलियत हुई है। वहीं लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता अरुण प्रसाद ने बताया कि जिले के जलस्तर में 15 लेकर 25 फीट तक सुधार हुआ है। इस सुधार का कारण जल संरक्षण को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जल संरक्षण की दिशा में जल, जीवन, हरियाली योजना से जिले में काफी काम हुए हैं और इससे भूजल स्तर में सुधार देखा गया है।

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क्या कहते हैं जिलाधिकारी

शेखपुरा के जिलाधिकारी इनायत खान इस संबंध में कहते हैं कि जल संरक्षण की दिशा में शेखपुरा जिले में महत्वपूर्ण उपलब्धि सामने आई है। जिले में तालाबों और कुओं के जीर्णोद्धार पर काफी प्रगति से काम किया गया। जिसका सकारात्मक असर सामने आया है। कोरोना की वजह से काम में थोड़ी सी शिथिलता आई थी जिसे फिर से रफ्तार दे दिया गया है। इस दिशा में और भी महत्वपूर्ण सुधार सामने आएंगे। ----

जल संरक्षण से संबंधित आंकड़ा

शेखपुरा जिले में तालाबों की संख्या-1514

अधिक्रमित तालाब -405

पक्का अतिक्रमण -137

कच्चा अतिक्रमण 268

जीर्णोद्धार लायक तालाबों की संख्या----930

पइन से संपर्क वाले तालाब ----626

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अरियरी प्रखंड में तालाब--381

बरबीघा प्रखंड में तालाब--156

चेवाड़ा में प्रखंड में तालाब--282

घाटकुसुंभा प्रखंड में तालाब--120

शेखपुरा प्रखंड में तालाब-- 416

शेखोपुरसराय प्रखंड में तालाब--159

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शेखपुरा जिला में कुंआ की संख्या-1605

शेखपुरा जिला में चापाकल की संख्या--4921 स्त्रोत- जल जीवन हरियाली वेबसाइट


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