एक ही कमरे के स्कूल में पांच कक्षाएं और कार्यालय का संचालन
शेखपुरा। जिला के प्रशासनिक पावर हाउस कलेक्ट्रेट से कुछ दूरी पर अवस्थित है प्राथमिक विद्यालय कटरा चौक। आज तक विभाग या जिला प्रशासन के किसी पदाधिकारी की नजर-ए-इनायत इस विद्यालय पर नहीं हो पाई है। शहर की मुख्य सड़क के किनारे 1966 से संचालित इस विद्यालय के नाम 16 डिसमिल जमीन है। इसकी मौजूदा बाजार कीमत 10 करोड़ रुपये से भी अधिक है। स्कूल की अधिकांश जमीन पर अवैध कब्जा है।
शेखपुरा। जिला के प्रशासनिक पावर हाउस कलेक्ट्रेट से कुछ दूरी पर अवस्थित है प्राथमिक विद्यालय कटरा चौक। आज तक विभाग या जिला प्रशासन के किसी पदाधिकारी की नजर-ए-इनायत इस विद्यालय पर नहीं हो पाई है। शहर की मुख्य सड़क के किनारे 1966 से संचालित इस विद्यालय के नाम 16 डिसमिल जमीन है। इसकी मौजूदा बाजार कीमत 10 करोड़ रुपये से भी अधिक है। स्कूल की अधिकांश जमीन पर अवैध कब्जा है। स्कूल मात्र एक कमरे में चलता है। शुरू का कमरा जर्जर और क्षतिग्रस्त हो गया और सड़क से चार फीट नीचे हो जाने पर विभाग ने इसी के ऊपर दूसरे कमरे का निर्माण कर दिया। अब ऊपर का कमरा भी जर्जर हो गया है। इसी एक कमरे में पांचों कक्षा के साथ विद्यालय का कार्यालय भी चलता है। भवन जर्जर होने के कारण हादसा की आशंका बनी रहती है। पहली से पांचवी तक की कक्षा में 178 विद्यार्थी नामांकित हैं। विद्यालय में सात शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। बारिश के समय में और मुश्किल
बारिश के मौसम में इस विद्यालय के बच्चों और शिक्षकों को और भी मुश्किल झेलनी पड़ती है। बरसात का समूचा पानी स्कूल में प्रवेश कर जाता है। इस स्थिति की वजह से कई बार बच्चों के साथ शिक्षकों को भी मुसीबत झेलनी पड़ती है। जगह की कमी से बच्चों को बरामदे में पढ़ाना पड़ता है। सर्दी के मौसम में स्थिति और भी विकट हो जाती है। गुहार लगाकर थक गए
स्कूल की दुर्दशा और नया भवन निर्माण को लेकर कई बार विभाग से लिखित गुहार लगाई है, मगर आज तक किसी पदाधिकारी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। विभाग को आवेदन देखकर कई हेडमास्टर यहां से दूसरे विद्यालय चले गण्। कई बार अभिभावकों ने सामूहिक आवेदन दिया, मगर कुछ नहीं हुआ। स्कूल में अनहोनी को लेकर अभिभावकों में हमेशा आशंका बनी रहती है।